बिलासपुर
डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय द्वारा 20 मई अंतरराष्ट्रीय मानव संसाधन दिवस पर एक दिवसीय एच आर कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया गया. यह आयोजन अनवीलिंग बेस्ट एच आर प्रैक्टिस फॉर 21st सेंचुरी विषय पर आयोजित किया गया. इस कॉन्क्लेव में 40 से अधिक कंपनियों मानव संसाधन के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किया. इस दौरान तकनीक का उपयोग, नए बदलाव को स्वीकार कर बेहतरी की दिशा में काम करना, रिमोट वर्किंग, जीवन और कार्यालय काम का समन्वय, सीखना एवं उद्योगों के अनुरूप विद्यार्थियों के कोर्स और उनमें दक्षता, कर्मचारियों के साथ संवेदनशील व्यवहार, उद्योग एवं शिक्षण संस्थानों के बीच समन्वय सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हिमांशु जैन भारतीय रेल सेवा ने कहा कि भारतीय रेल अपने नियमित कर्मचारियों के साथ रिटायर्ड एवं अप्रत्यक्ष रूप से काम करने वाले लोगों को भी अपना परिवार का सदस्य मानता है. उन्होंने कहा कि यदि कोई संस्थान अपने कर्मचारियों को अपने परिवार का हिस्सा मान ले, तब वह अपने कर्मचारियों से अधिक से अधिक आउटपुट ले सकेगा, और कर्मचारी के कार्य क्षमता में भी वृद्धि होगी. उन्होंने बताया कि आज इंडस्ट्री रेडी पार्ट मिसिंग है, उद्योगों की जरूरत के अनुसार हमें विद्यार्थी और कर्मचारी तैयार करने होंगे.
इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि हमारे शिक्षकों को अपने विषयों में सूक्ष्म अध्ययन कर उन्हें समाज के लिए उपयोगी बनाने की दिशा में कार्य करना है . तभी वह कुशल विद्यार्थी तैयार कर सकेंगे. वर्तमान में अकादमी और इंडस्ट्री के समन्वय को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है. कार्यक्रम में उपस्थित जायसवाल निको के प्रेसिडेंट एच आर एम, दिलीप मोहंती ने कहा कि शिक्षण संस्थानों और उद्योगों के बीच समन्वय नहीं है. इस समन्वय को बेहतर करने की जरूरत है. संस्थानों सामाजिक सरोकार स्कीम के तहत शिक्षा में भी मदद की जा सकती है. इसके लिए शिक्षण संस्थानों को अधिक जागरूक होने की जरूरत है. कार्यक्रम में डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय की ओर से कौशल विकास, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं एच आर पर भी विस्तार से जानकारी दी गई. इस अवसर पर जिओ छत्तीसगढ़ एरिया एच आर लीड प्रमुख अजय चौधरी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर प्रणय रॉय सीईओ रॉय रिएक्टर्स, डॉ विशाखा जीवी वैज्ञानिक केंद्रीय रेशम बोर्ड, सौरभ कुमार एन आईआईटी दुर्ग, अंकिता पाखमोड़े सुशांत सलूजा रेसलेंस सॉफ्ट, कैलाश जायसवाल न्यूट्रीटी कॉर्प एग्रीकल्चर, सहित अनेक कंपनियों के इस अवसर पर प्रणय रॉय सीईओ रॉय रियल्टर्स, डॉ विशाखा जीबी वैज्ञानिक केंद्रीय रेशम बोर्ड सौरभ कुमार और एनआईआईटी दुर्ग अंकिता एवं सुशांत सलूजा रेसलेंस सॉफ्ट, कैलाश जायसवाल न्यूट्रीटी कॉर्प एग्रीकल्चर, सहित अनेक कंपनियों के एच आर प्रमुख ने अपने विचार इस कॉन्क्लेव में रखें. कार्यक्रम का संचालन डॉ ज्योति बाला गुप्ता ने किया. इस अवसर पर डिप्टी रजिस्ट्रार पुष्पा कश्यप, डिप्टी रजिस्ट्रार अनूप शुक्ला, ट्रेनिंग एंड प्लेस एंड ऑफिसर डॉ राजीव पीटर्स, कॉन्क्लेव के समन्वयक अंकुर शुक्ला सौरभ पीटर्स, जय त्रिवेदी, अनीश चरण, अनीता विश्वास , गोविंद वर्मा, अनिल ढोबले उपस्थित थे
ह्यूमन रिसोर्स को ह्यूमन पॉसिबिलिटी होना चाहिए-डोगरा
कार्यक्रम में उपस्थित इपीएफ कमिश्नर गौरव डोगरा ने कहा कि ह्यूमन रिसोर्स को ह्यूमन पॉसिबिलिटी होना चाहिए. हमें अपने कर्मचारियों के साथ संवेदनशील व्यवहार करना चाहिए , उनके अकेलापन को दूर करना, उनसे अपनापन रखना, उनके व्यक्तिगत समस्याओं को समझने और उनकी मदद करना, समय-समय पर मोटिवेशन करना और सकारात्मक विचारों का आदान-प्रदान करना आवश्यक है . इस तरह काम करने से हम उनसे अधिक से अधिक आउटपुट ले पाएंगे.
शिक्षा और उद्योगों के बीच गैप कम करना जरूरी- गौरव
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुल सचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि शिक्षा और उद्योगों के बीच गैप को कम करने की जरूरत है . हमें यह समझना होगा, कि उद्योगों में कैसे प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता है. उसे दिशा में ट्रेनिंग प्रशिक्षण , नई तकनीक के अनुसार विद्यार्थियों को स्किल्ड करके हम बाजार में भेजेंगे. डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय लगातार कौशल में दक्ष युवाओं को बड़ी कंपनियों में प्लेस करता है. आज हजारों युवा देश और विदेशों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.