भिलाई। देश में महादेव एप पर पुलिस और सरकार हमेशा कटघरे में खड़ी होती है। सौरभ चन्द्राकार को इस ऑन लाईन गेम या सट्टे के कारण देश छोड़ भागकर दुबई में शरण लेना पड़ा है ।
लेकिन सरकार की नजर आईपीएल जैसे क्रिकेट गेम पर चलने वाले या LUDO खिलाते गेम पर नजर नहीं पड़ती। क्रिकेट के मशहूर खिलाड़ी WINZO गेम के विज्ञापनो पर अक्सर टीवी पर दिखाई पड़ते हैं,जिसमें खिलाड़ी को सोच समझकर खेलने की नसीहत भी दी जाती है और यह भी कहा जाता है कि खेल में जोखिम है। फिर भी युवा आकर्षित होकर खेलने लगते हैं। इसी तरह DREAM 11आईपीएल को मोबाइल पर खेलकर पैसे कमाने के विज्ञापन भी देखकर लाखों युवा पैसे लगाते और गंवाते हैं। क्या जांच एजेंसी इन्हें जुआ या सट्टे का रूप नहीं मानती है ?
यदि महादेव एप को सट्टा ना कहकर इसके भी विज्ञापनो को टीवी और मोबाइल पर प्रसारित करना प्रारंभ हो तो शायद सरकार का ध्यान महादेव सट्टे से हट जाये और इसे भी गेम समझने लगे।
टीवी और मोबाइल पर ऐसे सैंकड़ों ऑन लाइन गेम खिलायें जा रहे हैं,जिसमें युवा पूंजी गंवाने लगे हैं। केन्द्रीय जांच एजेंसी को आवश्यकता है ऐसे ऑन लाईन गेम के विज्ञापनो पर नजर रखे एवं बंद करायें जिसमें रूपयों के लेन-देन से संबंध हो।