बालीवुड से एक और अभिनेत्री का केन्द्रीय राजनिति में पदार्पण
मंडी। कंगना अमरदीप रनौत का जन्म 23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के एक छोटे से शहर भांबला (अब सूरजपुर) में एक राजपूत परिवार में हुआ था।आज हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। वे महिला प्रधान फिल्मों में मजबूत इरादों वाली, अपरंपरागत महिलाओं के चित्रण के लिए जानी जाने वाली, वे मुम्बई में रहती हैं। 2014 में आई फिल्म क्वीन में अपने जबरदस्त अभिनय के कारण कंगना को बॉलीवुड की क्वीन भी कहा जाता है। 2019 के लिए 67 वे फ़िल्म पुरुस्कार हेतु मणिकर्णिका ओर पंगा फ़िल्म के लिए कंगना राणावत को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरुस्कार दिया गया। इन्हे पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। रनौत ने त्रिभाषी बायोपिक फिल्म तलाइवी में राजनेता जयललिता की भूमिका भी निभाई थी।
रनौत को मीडिया में देश के सबसे अच्छे कपड़े पहनने वाली हस्तियों में से एक के रूप में जाना जाता है, और प्रेस में मुखर होने के लिए जाना जाता है। अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंधों की लगातार रिपोर्टों के साथ, उसने जो राय दी है, उसने अक्सर विवादों को जन्म दिया है।
कंगना रनौत का जन्म हिमाचल प्रदेश के राजपूत परिवार में हुआ। उनकी मां, आशा रनौत एक स्कूल शिक्षक हैं, और उनके पिता, अमरदीप रानौत, एक व्यवसायी हैं। उनकी एक बड़ी बहन रंगोली चंदेल है, जो 2014 में उनके प्रबंधक और एक छोटे भाई, अक्षत है। उनके परदादा, सरजू सिंह रानौत, विधान सभा के सदस्य थे और उनके दादा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे।
दिल्ली में अस्मिता थिएटर ग्रुप के साथ अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत की। कंगना राणावत ने सुप्रसिद्ध रंगमंच निर्देशक अरविन्द गौड़ के सानिध्य में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। कंगना ने अरविन्द की थियेटर कार्यशाला में इंडिया हैबिटेट सेंटर में भाग लिया और कई नाटकों में अभिनय किया। अरविन्द गौड़ के साथ उनका पहला नाटक गिरीश कर्नाड का रक्त कल्याण था।
अब चार लोकसभा क्षेत्र वाले मातृभूमि हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा से कंगना को भाजपा ने टिकट देकर राजनीति में लाना चाहती है। जब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उसकी टकराहट सुर्खियों में था,जिसका हर्जाना उसे अपने आशियाने पर बुलडोजर चलवाकर चुकाना पड़ा था।
आज जब कांग्रेसी नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट एकाउंट में कंगना के वेशभूषा पर प्रतिक्रिया देते हुए अभद्र टिप्पणी कर दी। जब सोशल मिडिया पर भाजपा नेताओं ने विरोध किया तो सुप्रिया श्रीनेत ने एकाउंट हैक होने का तरह तरह से ढोंग करने लगी।