नेतृत्व करना, महत्वपूर्ण निर्णय लेना सीखा है। मैं उन सभी अनुभवों के लिए आभारी हूं जिसने मुझे उस व्यक्ति के रूप में आकार दिया, जो मैं आज हूं। बीएसपी ने न केवल मुझे एक मंच प्रदान किया है बल्कि एक कर्मचारी के रूप में भी मुझे एक बेहतर संस्करण के रूप में विकसित और उन्नत किया है। यह भी उल्लेखनीय है कि हमारे विभाग की महिलाओं ने मिलकर रूढ़िवादिता को तोड़ा है और उस ताकत का प्रदर्शन किया है जो सहयोग से आती है’।
सहायक प्रबंधक (अनुसंधान एवं नियंत्रण प्रयोगशाला) श्रीमती लीना वराठे कहतीं हैं, कि वर्तमान परिपेक्ष्य में संयंत्र के भीतर महिलाएं अब पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं। यूं तो हर कार्य करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इन चुनौतियों से उबरने के लिए हम महिलाओं में स्वयं में आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता अत्यंत ही महत्वपूर्ण और आवश्यक है। अतः हमें हर क्षेत्र में स्वयं सिद्ध होकर कार्य करने की आवश्यकता है।
कनिष्ठ अधिकारी (आरसीएल) सुश्री खिलांजली टेमरे बताती हैं कि मुझे गर्व है कि मैं अपना योगदान एक ऐसे संयंत्र को दे रही हूँ जहाँ मैंने अपने जीवन के विभिन्न किरदार को जिया है, कभी एक संयंत्रकर्मी की बेटी की तरह, कभी संयंत्रकर्मी के रिश्तेदार की तरह तो कभी एक संयंत्रकर्मी की पत्नी की तरह और अब स्वयं, मैं एक संयंत्रकर्मी के रूप में इस गर्व को महसूस कर पा रही हूँ। मैंने प्रत्येक भूमिका में हमेशा स्वयं को गौरवांवित महसूस किया है। इसलिए तो कहती हूँ “हम सबका साथ करें उत्कृष्ट इस्पात उत्पादन में वृद्धि, संयंत्र और राष्ट्र दोनों की समृद्धि।”
मास्टर ओसीटी (इंस्ट्रुमेंटेशन) सुश्री रजनी खोसला का मानना है, कि महिलाएं हमारे समाज में शक्ति का स्तंभ हैं। आइए हम हमेशा उनको आपसी सहयोग करें और उनका सम्मान करें, ताकि सभी को समान अवसर प्राप्त हो सके और समाज के साथ साथ देश के विकास में भी अपना सहयोग प्रदान कर सकें।
निश्चित ही महिलाएं शक्ति का स्वरुप हैं और आज सभी क्षेत्रों में अपना योगदान दें रहीं हैं। इन महिलाओं और उनसे जुड़े विषयों को समर्पित अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा इसका उत्सव मानने 09 मार्च 2024 को दोपहर 1:45 बजे से 5.30 बजे तक बीएसपी महिला कार्मिकों एवं अधिकारियों के लिए एक विशेष कार्यक्रम ‘शक्ति-2024’ का आयोजन, मानव संसाधन विकास केंद्र के असेम्बली हॉल में किया जायेगा। इस कार्यक्रम में दो सदस्यीय टीम आधारित क्विज प्रतियोगिता, ‘महिलाओं का उत्थान पुरूषों के पतन के बारे में नहीं हैं।’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता (हिंदी या अंग्रेजी) तथा ‘अभिव्यक्ति’ नामक कविता लेखन प्रतियोगिता (हिंदी या अंग्रेजी) में आयोजित की जायगी। बीएसपी की सभी महिला कर्मचारियों से उपरोक्त कार्यक्रम में भाग लेकर इसे सफल बनाने का अनुरोध है।