पश्चिम बंगाल का संदेशखाली एक बार फिर चर्चा में है। यह वही इलाका है जहां ईडी टीम पर हमला हुआ था। उस वक्त ईडी की टीम टीएमसी नेता शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापेमारी करने पहुंची थी।
पश्चिम खंड बंगाल के संदेशखाली को लेकर सियासत जारी है। भाजपा और टीएमसी दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। बंगाल के इस इलाके में एक ओर जहां महिलाएं टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उसके समर्थकों के कथित अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन कर रही हैं। दूसरी ओर राज्यपाल सीवी आनंद बोस की ओर से गृह मंत्रालय को सौंपी गई एक रिपोर्ट ने इसे और सुर्खियों में ला दिया है। सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट में संदेशखाली पुलिस पर उपद्रवी तत्वों के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया गया है।
टीएमसी नेता शाहजहां शेख तब सुर्खियों में आए थे जब बीती पांच जनवरी को राशन घोटाले में उनकी भूमिका की जांच कर रही ईडी टीम पर हमला हुआ था। उस वक्त ईडी की टीम शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापेमारी करने पहुंची थी। ईडी की टीम पर यह हमला संदेशखाली में ही हुआ था। शाहजहां शेख तब से ही फरार हैं। वहीं, इस घटना के बाद संदेशखाली की महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर कई आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।