नई दिल्ली। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर ईडी की दबिश के बाद संभावित कार्रवाई को लेकर दिनभर की अटकलों पर सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने सिलसिलेवार जवाब दिया है। झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व्यक्तिगत कार्य से दिल्ली प्रवास पर हैं। पार्टी के नेता उनसे संपर्क में हैं। साजिश के तहत हेमंत सोरेन की छवि बिगाड़ने के लिए ईडी की ओर से उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। यह सब तत्काल बंद होना चाहिए। उन्होंने पार्टी कार्यालय में सोमवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित कर अटकलों पर विराम लगाने का प्रयास किया।
झारखंड में ‘दिल्ली टू रांची’ गहमागहमी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार की शाम दिल्ली गए थे। दिल्ली में रविवार की सुबह उनसे पूछताछ के लिए ईडी की दबिश के बाद झारखंड में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। विपक्ष कई आशंकाएं जाहिर कर रहा है, तो झामुमो और कांग्रेस हर आशंका का जवाब देते हुए इसे भाजपा का सियासी षड्यंत्र बता रहे हैं। दिल्ली टू रांची की गहमागहमी बढ़ी तो ईडी के खिलाफ राजभवन के पास झामुमो कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। जबकि हालात पर नजर रखते हुए रांची में राजभवन, सीएम हाउस, बीजेपी ऑफिस, ईडी कार्यालय समेत संवेदनशील जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को ईमेल के जरिए 31 जनवरी को सीएम आवास में दिन के पूछताछ के लिए समय दिया है। उन्होंने कहा कि ईडी जिस जमीन पर मुख्यमंत्री का बयान दर्ज करने की बात कह रही है, रिकार्ड के अनुसार वह जमीन भुंइहरी है। ऐसी जमीन की खरीद-बिक्री नहीं हो सकती है। उस पर केस दर्ज किया गया है। फिर भी ईडी मुख्यमंत्री से पूछताछ करे। इसमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, ईडी की कार्रवाई सरकार को डराने की अधिक लग रही है। यह संभव ही नहीं है। यह लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार है।
सीएम से मुलाकात का वक्त उन्हें मिल जाएगा। 20 जनवरी को ईडी की सात सदस्यीय टीम सहायक आयुक्त के साथ सीएम आवास पहुंची थी, सात घंटे पूछताछ की। सोहराई भवन को लेकर जो ट्रांजेक्शन हुए, उसके सारे दस्तावेज उपलब्ध हैं। इसका व्यवसाय मुख्यमंत्री की पत्नी देखती हैं। ईडी की कार्रवाई राजनीतिक इशारे पर की जा रही है।
राजनीतिक पार्टी पर गर्वनर का निर्देश लागू नहीं होता
सुप्रियो ने कहा कि 31 जनवरी को एक बजे के बाद माहौल का अनुमान लगाया जा सकता है। आधारहीन बात प्रचारित की जाएंगी तो स्थिति खराब होगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्यपाल का निर्देश किसी राजनीतिक पार्टी पर लागू नहीं होता है। राज्यपाल किसी पार्टी के प्रवक्ता नहीं हैं। सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि दो-तीन दिनों से राजनीतिक परिस्थिति को जिस तरह पेश किया जा रहा है, वो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। राजनीतिक मतभेद हैं, तो जनता के बीच जाना चाहिए। लेकिन भाजपा जांच एजेंसी के माध्यम से षड्यंत्र कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का तीन महीने का कार्यक्रम पहले से ही तय रहता है। दो फरवरी से चार फरवरी को दुमका व धनबाद में पार्टी का कार्यक्रम भी है। नौ फरवरी से लेकर 29 फरवरी तक विधानसभा का बजट सत्र आहूत है। ऐसे में ईडी की कार्रवाई गैरवाजिब ही नहीं, बल्कि असंवैधानिक भी है।
केंद्र राष्ट्रपति शासन चाहता है: राजेश ठाकुर
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है। मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश हो रही है। राज्यपाल लॉ एंड ऑर्डर की समस्या बता रहे हैं। मुख्यमंत्री को फरार और लापता बताया जा रहा है। सरकार को अस्थिर करने की सुनियोजित साजिश चल रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग एजेंसी व संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करके भ्रामक खबर प्रचारित कर मुख्यमंत्री को फरार-लापता बताया जा रहा है। राज्यपाल बयान दे रहे हैं कि कानून व्यवस्था की समस्या हो सकती है। सुनियोजित षड्यंत्र के तहत चल रहा है कि कैसे इस सरकार को परेशान किया जाए।
राजेश ठाकुर ने कहा कि सरकार, आपके द्वार के जरिए अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इसे रोकने और आदिवासी का बेटा पांच साल तक कैसे मुख्यमंत्री बना रह सके, इसके लिए उनकी छवि को खराब किया जा रहा है। राज्य का लॉ एंड ऑर्डर खराब किया जा रहा है। इससे उनके चाहने वाले लोग आक्रोश दिखाएंगे और उसका लाभ लेते हुए केंद्र राष्ट्रपति शासन की ओर आगे बढ़ेगा।