ब्रिगेडियर पूनम राज ने भारतीय सशस्त्र बलों के भीतर एक नई मिसाल कायम की है, क्योंकि वह पहली महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने एक चुनौतीपूर्ण काउंटर इंसर्जेंसी/काउंटर टेररिज्म (CI/CT) एनवायरमेंट में फॉरवर्ड अस्पताल की कमान संभाली है. उनकी यह नियुक्ति न केवल उनके पर्सनल करियर की एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं के बढ़ते प्रभाव और नेतृत्व की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है.
AFMC से करियर की शुरुआत
ब्रिगेडियर पूनम राज ने अपनी करियर की पहली शुरुआत AFMC के जरिए की. वह एक फेमस ईएनटी सर्जन हैं. उन्होंने कोक्लियर इम्प्लांट और मध्य कान की सर्जरी में स्पेशल ट्रेनिंग भी हासिल कर चुकी हैं. उन्होंने अपने पूरे करियर में सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (AFMS) के भीतर विभिन्न प्रशासनिक और क्निकल पदों पर कार्य किया है. उनके पास मेडिकल क्षेत्र में व्यापक अनुभव है, जो उनके लीडरशिप की नई भूमिका को और अधिक अहम बनाता है.
ब्रिगेडियर पूनम राज का नेतृत्व अब राजौरी के जनरल अस्पताल में नए मेडिकल सिस्टम और बेहतर देखभाल लाने की उम्मीद है. यह परिवर्तन न केवल अस्पताल की कार्यप्रणाली को प्रभावित करेगा, बल्कि देश के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के लिए भी एक सकारात्मक प्रभाव होगा. उनकी यह ऐतिहासिक नियुक्ति भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है.