अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है. उन्होंने न सिर्फ चीन, बल्कि अपने पड़ोसी देशों कनाडा और मैक्सिको पर भी टैरिफ लगाना शुरू कर दिया है. अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह कनाडा तथा मैक्सिको सहित इस्पात और एल्युमीनियम के सभी देशों के आयातों पर 25 फीसदी शुल्क लगाने की घोषणा करेंगे. इसकी घोषणा जल्द ही की जा सकती है, जबकि इस सप्ताह के अंत में अन्य आयात शुल्क भी लगाए जाएंगे.
सुपर बाउल में हिस्सा लेने के लिए फ्लोरिडा से न्यू ऑरलियन्स जाते समय अपने विमान एयर फोर्स वन में उन्होंने कहा कि अमेरिका में आने वाले किसी भी इस्पात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगेगा. भले ही यह किसी भी देश से आयात किया जाए. एल्युमिनियम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा , एल्युमीनियम भी व्यापार दंड के अधीन होगा. ट्रंप ने पारस्परिक शुल्क की घोषणा करने की बात भी दोहराई जिसका मतलब है कि अमेरिका उन उत्पादों पर आयात शुल्क लगाएगा जहां किसी अन्य देश ने अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाया है. इस कदम से पूरी दूनिया में टैरिफ वॉर की स्थिति बन जाएगी.
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रैरिफ के सवाल पर कहा कि यदि वे हमसे 130 फीसदी शुल्क ले रहे हैं और हम उनसे कुछ भी शुल्क नहीं ले रहे हैं, तो अब यह स्थिति ऐसी नहीं रहेगी. दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति ने पहले भी कई बार कहा है कि वह आयात करों को आव्रजन जैसे मुद्दों पर रियायतें दिलाने के साधन के साथ ही इसे सरकार के बजट घाटे को कम करने में मदद करने वाले राजस्व के स्रोत के रूप में भी देखते हैं.
इस बीच, दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने देश के शीर्ष विदेश नीति एवं व्यापार अधिकारियों की सोमवार को बैठक बुलाई, जिसमें इस बात पर गौर किया गया कि इस्पात और एल्युमीनियम पर ट्रंप के प्रस्तावित शुल्क से उनके उद्योगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा. दक्षिण कोरिया ने 2024 में जनवरी से नवंबर के बीच अमेरिका को करीब 4.8 अरब डॉलर का इस्पात भेजा, जो इस अवधि के दौरान उसके वैश्विक निर्यात का 14 फीसदी था.