कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से इस साल मई में शुद्ध रूप से 16.30 लाख ग्राहक जुड़े. गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि मई में 3,673 प्रतिष्ठानों ने अपने कर्मचारियों को ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा दायरे में शामिल किया है. श्रम और रोजगार मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि डेटा के मुताबिक मई, 2023 के दौरान नामांकित करीब 8.83 लाख नए सदस्य पिछले छह महीनों के दौरान सबसे अधिक हैं.
हालांकि ये संख्या अप्रैल महीने से कम है. अप्रैल के दौरान करीब 17.20 लाख नए मेंबर जुड़े थे. वहीं सरकार की ओर से जारी किए गए नए आंकड़े के मुताबिक, मई 2022 के दौरान ईपीएफओ से लगभग 16.80 लाख नए कर्मचारी जुड़े थे. यानी मई में इतने कर्मचारियों को नई नौकरी मिली है.
3.15 लाख महिलाएं EPFO का हिस्सा
पेरोल आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि इस महीने पहली बार ईपीएफओ का हिस्से बनने वाले 8.83 लाख नए कर्मचारियों में से करीब 2.21 लाख संख्या महिलाओं की थी. मई में शुद्ध रूप से 3.15 लाख महिलाएं ईपीएफओ का हिस्सा बनीं. राज्यों के स्तर पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और गुजरात शुद्ध अंशधारकों के मामले में आगे रहे. इन पांच राज्यों की महीने में शुद्ध रूप से जुड़े अंशधारकों में हिस्सेदारी 57.85 प्रतिशत रही.