रायपुर में मुख्यमंत्री निवास में हर बार की तरह इस बार भी हरेली पर्व पारंपरिक रूप में धूमधाम से मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास में सपरिवार कृषि यंत्रों की पूजा करके इस साल अच्छी खेती और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि के लिए कामना की है। अपने परिवार के साथ पर्व मना रहे हैं।
मुख्यमंत्री निवास में चारों तरफ छत्तीसगढ़ी पकवानों की महक और संस्कृति की झलक दिखाई दी। मुख्यमंत्री ने गेड़ी चढ़कर हरेली तिहार की शुभकामनाएं दी है। भूपेश बघेल ने रहचुली झूले में अपनी बिटिया और नातिन के साथ चढ़कर आनंद लिया। सीएम हाउस में लोक संस्कृति का खूबसूरती भी दिखाई दी।
मुख्यमंत्री आवास में पारंपरिक छत्तीसगढ़ी परिवेश देखने को मिला। भूपेश बघेल ने रहचुली झूले में अपनी बिटिया और नातिन के साथ चढ़कर आनंद लिए। लोक संस्कृति का खूबसूरती भी दिखाई दी। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों द्वारा राउत नाचा, गेड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इस मौके पर पशुधन विकास और पारंपरिक कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री निवास को ग्रामीण परिवेश के मुताबिक सजाया गया है।
हरेली खेती का त्योहार है और साथ ही छत्तीसगढ़ में खेलों का सबसे बड़ा दिन है। मुख्यमंत्री इस दिन छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक का शुभारंभ रायपुर जिले के ग्राम नवागांव में करेंगे। वहां आयोजित किसान सम्मेलन में शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के प्रमुख 6 पर्वों पर सार्वजनिक अवकाशों की घोषणा की है। उनमें हरेली त्योहार भी शामिल है।
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 में 16 खेल प्रतियोगिताएं
छत्तीसगढ़ के पारंम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय और एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टठुल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद और कुश्ती शामिल हैं।