भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की तरफ से आगामी 18 जुलाई की बैठक के लिए अब तक 19 राजनीतिक दलों को न्योता भेजा जा चुका है. लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के नेता चिराग पासवान सहित कई अन्य नए-पुराने सहयोगी दलों के नेताओं की एनडीए की बैठक में शामिल होने की संभावना है. केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होने के विपक्ष के प्रयासों के बीच राजग की इस बैठक को सत्तारूढ़ गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन करने के रूप में देखा जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कई दलों के नेताओं को बैठक में शामिल होने के लिए पत्र लिखे हैं. इनमें वे दल भी शामिल हैं, जिन्हें भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अपने साथ जोड़ने की कोशिशों में जुटी है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें नड्डा ने बैठक में आमंत्रित करने के लिए पत्र लिखा है. मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने ‘पीटीआई’ से कहा कि वह 18 जुलाई को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे. सुमन ने कहा कि उन्हें भी बैठक में शामिल होने का नड्डा से न्योता मिला है.
राजग की बैठक में भाजपा के कई नये सहयोगी दलों के हिस्सा लेने की संभावना है, जिनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का अजित पवार नीत खेमा, बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न छोटे दल और पूर्वोत्तर राज्यों के क्षेत्रीय दल शामिल हैं.
बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी उपस्थित रहने की उम्मीद है. बैठक को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन करने की राजग की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान यह पहली बार है, जब उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना गुट, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और जनता दल (यूनाइटेड) सहित कई पुराने और प्रमुख सहयोगियों के विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा से नाता तोड़ने के बाद इतने बड़े पैमाने पर राजग की बैठक हो रही है.
जिन 19 दलों को न्योता भेजा गया है, उनमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), उपेंद्र कुशवाहा की लोक समता पार्टी, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, संजय निषाद की पार्टी निषाद पार्टी, अनुप्रिया अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल सोनेलाल, हरियाणा की जेजेपी, आन्ध्र के पवन कल्याण की पार्टी जनसेना, एआईएमडीएमके, तमिल मानिला कांग्रेस, इंडिया मक्कल कलवी मुनेत्र कड़गम, झारखंड की आजसू, कॉनरैड संगमा की पार्टी एनसीपी, नागालैंड की एनडीपीपी, सिक्किम की एसकेएफ, जोरमथंगा की मिजो नेशनल फ्रंट, असम की असम गण परिषद और ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी शामिल हैं. शिंदे शिवसेना और एनसीपी अजित पवार ग्रुप को भी न्योता भेजा गया है.