बेमेतरा जिले के परपोंडी थाना क्षेत्र में एक बड़े भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। जिसमें थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने एक ठगी के पीड़ित से 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। मामला एक ट्रेडिंग एप के जरिए की गई ठगी से जुड़ा है। जिसमें पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
जानकारी के अनुसार, परपोंडी निवासी मणि देवांगन ने शिकायत की थी कि यूपी के एक आरोपी ने ट्रेडिंग एप के माध्यम से उससे 33 लाख रुपये की ठगी की। आरोपी ने मणि देवांगन को झांसा दिया कि पैसे डबल हो जाएंगे। जब मणि देवांगन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिसकर्मियों ने उस पर आरोप लगाया कि अपराध दर्ज कराने के नाम पर उनसे 10 हजार रुपये की मांग की। एसपी रामकृष्ण साहू ने मामले की गंभीरता को देखते हुए परपोंडी थाना प्रभारी प्रमोद शर्मा, प्रधान आरक्षक शिवराज सिंह राजपूत, आरक्षक तुकाराम निषाद और बेमेतरा साइबर सेल के प्रधान आरक्षक मोहित चेलक को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। जांच की जिम्मेदारी डीएसपी कमल नारायण शर्मा को सौंपी गई है और उन्हें 10 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट एसपी कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया है। वहीं ठगी के मुख्य आरोपी विकास वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने बेमेतरा के युवक से ट्रेडिंग एप के माध्यम से 33 लाख रुपये ठग लिए थे। विकास वर्मा ने पीड़ित को पैसे डबल होने का लालच दिया और ईमेल व मोबाइल के माध्यम से ठगी की। पुलिस ने आरोपी के पास से नौ एटीएम कार्ड, नौ सिम कार्ड और दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं। हालांकि, ठगी का मास्टर माइंड अभी भी फरार है और यूपी में उसकी खोजबीन जारी है।