सीजीपीएससी ने इसे लास्ट चांस बताया है आयोग की तरफ से कहा गया है कि बहुत से कैंडीडेट्स ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि तक आवेदन जमा नहीं कर पाए थे और उनकी तरफ से मांग आ रही थी, इसी वजह से यह तारीख बढ़ाई गई है। मेंस परीक्षा में आवेदकों का समय पर आवेदन जमा न करना भी हैरान करने वाला है, क्योंकि ये सिलेक्टेड कैंडिडेट्स को करना होता है।
दो बार बढ़ाई जा चुकी है तारीख
CGPSC स्टेट सर्विस एग्जाम का क्रेज स्टूडेंट के बीच रहा है। मेंस की परीक्षा के लिए वह अभ्यर्थी ऑनलाइन फॉर्म भरते हैं जिनका प्री एग्जाम क्लियर हो चुका है। एक एग्जाम क्लियर हो जाने के बावजूद तय तारीख पर मेंस के लिए परीक्षा फॉर्म न भरा जाना कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे रहा है। दरअसल मेंस कि इससे पहले आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 25 मई थी। प्री एग्जाम पास कर चुके लोगों ने इसमें आवेदन नहीं किया। फिर 27 मई तक पोर्टल खोला और आवेदन मंगाए। इसके बावजूद कई अभ्यर्थियों ने आवेदन नहीं किया और अब 30 मई तक फिर से आवेदन मंगाए गए हैं।
कहीं विवाद वजह तो नहीं
जानकारों के मुताबिक CGPSC परीक्षा प्री की तैयारी करने वाले विद्यार्थी मेंस की परीक्षा के हिसाब से ही अपनी रणनीति बनाते हैं । ऐसे में प्री क्लियर होने के बावजूद मेंस की परीक्षा का सही समय पर आवेदन न करना स्टूडेंट के बीच कहीं ना कहीं असमंजस की परिस्थिति को दिखा रहा है, पिछले कुछ वक्त से भर्ती को लेकर प्रदेश में विवाद भी चर्चा में रहा। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता और अधिकारियों के करीबियों को भर्ती में तवज्जो देने के आरोप लगाए, सोशल मीडिया पर रुपए लेकर भर्ती किए जाने जैसी बातें भी सामने आई थी।
त्रुटि सुधार का मौका नहीं मिलेगा
आमतौर पर CGPSC में ऑनलाइन आवेदन फॉर्म जमा किए जाने के बाद एक से दो दिन का समय त्रुटि सुधार के लिए दिया जाता है, मगर अब 29 से 30 मई शाम तक जमा होने वाले आवेदनों में त्रुटि सुधार का मौका नहीं दिया जाएगा। यह आयोग की तरफ से साफ तौर पर कह दिया गया है। इससे पहले जमा हो चुके आवेदनों को त्रुटि सुधार का माैका मिलेगा।
3095 कैंडिडेट सिलेक्ट
राज्यसेवा मुख्य परीक्षा 2022 के प्री एग्जाम 12 फरवरी को लिए गए थे ।प्रदेश के 28 जिलों में इसके लिए सेंटर बनाए गए थे। इस परीक्षा में 3095 परीक्षार्थी मेंस के लिए सिलेक्ट हुए थे अब इन्हीं के द्वारा फॉर्म जमा करवाने के लिए बार-बार सीजीपीएससी तारीखों को आगे बढ़ा रहा है । हालांकि ताजा नोटिफिकेशन में आयोग की तरफ से इस बार तारीख को बढ़ाया जाना, अंतिम अवसर बताया गया है। यह भर्ती डिप्टी कलेक्टर डीएसपी जैसी 210 पदों पर होनी है।
भर्ती विवाद पर PSC की चुप्पी
पीएससी के अफसरों ने चुप्पी साध रखी है। लगातार भारतीय जनता पार्टी द्वारा सोशल मीडिया पर और प्रदेश के अलग-अलग शहरों में सड़कों पर उतरकर पीएससी भर्ती मामले में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है । साल 2021 के रिजल्ट को आधार बनाकर यह बताया जा रहा है कि रसूखदार लोगों को भर्ती में बड़े-बड़े पदों से नवाजा गया। यहां तक कि सीजीपीएससी के चेयरमैन टामन सोनवानी पर भी रिश्तेदारों को सिलेक्ट किए जाने के आरोप लगे। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने इन सभी आरोपों को गलत बताया था और कहा था अधिकारियों और नेताओं के बच्चों का सिलेक्शन भाजपा काल में भी हुआ था।