दुर्ग। छावनी थाना में पदस्थ आरक्षक विवेक पोद्दार को एसपी ने निलंबित कर दिया है। आरक्षक पर विभागीय गोपनीयता भंग करने का आरोप था।
आरक्षक विवेक पोद्दार को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है। जारी आदेश में लिखा गया है कि, थाना छावनी में पंजीबद्ध नारकोटिक्स एक्ट और आर्म्स एक्ट के मामले में इसकी भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। इसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए विभागीय गोपनीयता को भंग किया था। एससी कार्यालय से जारी पत्र से जारी विज्ञप्ति में आरक्षक पर गोपनीयता भंग करने का आरोप लगा था,जिस पर उसे लाईन अटैच कर दिया गया था।जांच में आरोप सही पाये जाने पर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने आरक्षक विवेक पोद्दार को निलंबित कर दिया है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एसपी जितेंद्र शुक्ला ने पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक विवेक पोद्दार को निलंबित कर दिया है। विवेक के खिलाफ यह कार्रवाई एक पुराने मामले में चल रही जांच के चलते की गई है। उसे पुलिस लाइन अटैच कर दिया गया है। उस पर नाबालिग बच्ची से भी अश्लील हरकत करने का आरोप लगा है।
जारी आदेश में लिखा गया है कि, थाना छावनी में पंजीबद्ध नारकोटिक्स एक्ट और आर्म्स एक्ट के मामले में इसकी भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। इसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए विभागीय गोपनीयता को भंग किया था। इसी मामले में जांच के चलते इसके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
विवेक पोद्दार पर 8 साल की नाबालिग बच्ची के साथ अश्लील हरकत करने का भी आरोप लगा है। बच्ची के परिजनों ने एसपी से लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि, पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक विवेक पोद्दार पावर हाउस के आसपास रहने वाली महिलाओं और युवतियों के साथ छेड़खानी करता है।
बच्ची ने एसपी को बताया कि, 14 जुलाई 2024 को वो अपनी मां के साथ शौचालय जा रही थी। उसी समय विवेक पोद्दार ने उसका हाथ पकड़ा और अपने साथ ले जाने लगा। आरक्षक ने बच्ची के साथ छेड़खानी की। जब मां-बेटी चिल्लाई तो वो वहां से भाग गया।