Home छत्तीसगढ़ भौगोलिक विविधताओं के बीच रेडियो सबसे प्रभावी माध्यम- श्री विश्वभूषण हरिचंदन

भौगोलिक विविधताओं के बीच रेडियो सबसे प्रभावी माध्यम- श्री विश्वभूषण हरिचंदन

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राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने आज राजभवन से छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय की प्रमुख बोली गोण्डी में साप्ताहिक समाचार बुलेटिन का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भौगोलिक विविधताओं वाले छत्तीसगढ़ राज्य में रेडियो सबसे प्रभावी माध्यम बना हुआ है।
शुभारंभ समारोह में राज्यपाल ने कहा कि आकाशवाणी द्वारा राज्य भर में हिंदी और छत्तीसगढ़ी भाषाओं में समाचार बुलेटिन प्रसारित किया जा रहा है। ‘हल्बी‘ बोली के पश्चात आज से ‘गोण्डी‘ बोली में साप्ताहिक समाचार बुलेटिन का प्रसारण शुरू किया जा रहा है। अब गोण्डी बोली में ना सिर्फ देश-दुनिया के समाचार सुनने को मिलेंगे बल्कि सरकार आम जनता के हित में कौन सी योजनायें चला रही है और क्या कदम उठा रही है, यह जानकारी भी मिल सकेगी।
इस कार्यक्रम में प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गौरव द्विवेदी ने वीडियों कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने आकाशवाणी और दूरदर्शन द्वारा देश के विभिन्न समुदायों की भाषा और बोलियों में कार्यक्रमों और समाचारों को प्रसारित करने तथा नेटर्वक का विस्तार करने की कार्ययोजना पर प्रकाश डाला। आकाशवाणी की महानिदेशक डॉ. वसुधा गुप्ता ने आकाशवाणी की गतिविधियों की जानकारी दी।
गोण्डी बोली में यह साप्ताहिक समाचार बुलेटिन जगदलपुर स्थित आकाशवाणी केन्द्र से हर रविवार शाम साढ़े छह बजे से मीडियम वेव पर 756 किलोहर्ट्ज फ्रिक्वेंसी पर प्रसारित किया जाएगा। इस बुलेटिन को बस्तर संभाग के सभी 7 जिलों में सुना जा सकेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री अमृत खलखों, उपसचिव श्री दीपक अग्रवाल, और प्रसार भारती के विभिन्न ईकाइयों के अधिकारी उपस्थित थे।

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