बिलासपुर में जिले के 6 स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। गुरुवार को नए खुले दो स्कूलों में दाखिला लेने के लिए पैरेंट्स और स्टूडेंट्स की भीड़ रही। पिछली बार की तरह इंग्लिश मीडियम स्कूल में प्रवेश के लिए लोग एप्रोच भी लगा रहे हैं। अभी तक 1300 से अधिक सीटों पर प्रवेश के लिए लाटरी निकाली जा चुकी है।
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में एडमिशन का क्रेज पिछले साल से बढ़ गया है। यही वजह है कि स्कूलों में एडमिशन के लिए लोग विधायक, मंत्री के साथ ही अफसर और शिक्षण समिति के पदाधिकारियों तक एप्रोच लगा रहे हैं। इस बार स्कूलों में आने वाले नए सत्र के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से ऑनलाइन आवेदन मंगाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आए आवेदनों को देखकर लॉटरी से प्रवेश देने का फैसला लिया गया।
अलग-अलग स्कूलों के लिए बनाए गए नोडल अफसर
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों की बढ़ती डिमांड और आवेदन संख्या को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए नोडल अफसरों की नियुक्ति की है। इसमें अलग-अलग स्कूलों के लिए अलग-अलग नोडल अफसर बनाए गए हैं, जहां उनकी मौजूदगी में लॉटरी की प्रक्रिया अपना कर स्टूडेंट्स को एडमिशन दी जा रही है।
1300 से अधिक बच्चों का एडमिशन, वेटिंग सूची में भी नाम
शिक्षा विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी रामेश्वर जायसवाल ने बताया कि अभी तक स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल तारबाहर के साथ ही गवर्नमेंट मल्टीपरपज स्वामी आत्मानंद स्कूल, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल चिंगराजपारा, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल लिंगयाडीह में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस साल शुरू हो रहे चिंगरापारा और मल्टीपरपज स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडिय स्कूल में 620-620 सीटों पर प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं, पहले से संचालित स्कूलों में 11वीं और 12वीं कक्षा में 20-20 सीटों पर प्रवेश दिया गया है। इसी तरह लिंगियाडीह स्कूल में 50 सीटों पर प्रवेश के लिए लॉटरी निकाली गई।
पैरेंट्स और स्टूडेंट्स की मौजूदगी में खुला लॉटरी
शिक्षा विभाग के अफसरों ने बताया कि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्रवेश के लिए पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। बच्चों की बढ़ती डिमांड और आवेदन संख्या को देखते हुए लॉटरी के माध्यम से अलग-अलग दिनों में प्रवेश दिए जा रहे हैं। इस दौरान पैरेंट्स और स्टूडेंट्स भी लॉटरी की प्रक्रिया में पहुंच रहे हैं।