Home राष्ट्रीय महाराष्ट्र में जीका के मामलों पर केंद्र सरकार चिंतित, स्वास्थ्य मंत्रालय ने...

महाराष्ट्र में जीका के मामलों पर केंद्र सरकार चिंतित, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की हेल्थ एडवाजइरी

7

मुंबई/नई दिल्ली
 महाराष्ट्र में जीका वायरस के कई मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को हेल्थ एडवाइजरी जारी कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि राज्य स्वास्थ्य सुविधाओं दुरस्त रखने और अस्पतालों से एडीज मच्छरों से मुक्त रखने के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति करें।एडवाइजरी में कहा गया है कि राज्य गर्भवती महिलाओं की गहन जांच करें। इसके बाद उनकी निगरानी भी रखें। केंद्रीय स्वाथ्य मंत्रालय ने राज्यों को जीका वायरस के संक्रमण पर यह एडवजाइरी महाराष्ट्र में कई मामले सामने आने के बाद जारी की है। महाराष्ट्र में अभी तक जीका वायरस से संक्रमण के कुल आठ मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद ही केंद्र सरकार ने लोगों को अलर्ट जारी किया है। जीका, डेंगू और चिकनगुनिया एक ही वेक्टर मच्छर से फैलता है।

गर्भवती की देखरेख के निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि जीका संक्रमित गर्भवती माताओं के भ्रूणों की निगरानी में कोताही न बरती जाए। जीका पॉजिटिव गर्भवती माताओं के भ्रूण के विकास की निगरानी करके निरंतर निगरानी बनाए रखें। महाराष्ट्र के पुणे में 55 साल की महिला के जीका वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसी के साथ शहर में इस घातक वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर सात हो गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार तक पुणे में छह लोगों के जीका वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, जिनमें दो गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।

पॉजिटिव आई महिला की रिपोर्ट
पुणे नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि नवीनतम मामला कोथुर्ड के दाहनुकर कॉलोनी से है और पीड़ित महिला ने शरीर पर चकत्ता बनने और जोड़ों में दर्द होने की शिकायत की है। सोमवार को आई रिपोर्ट में उसके जीका वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। उन्होंने कहा कि महिला की सेहत ठीक है और उसे फिलहाल अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है। अधिकारी के मुताबिक जीका वायरस से संक्रमित दोनों महिलाओं की उम्र क्रमश 28 और 35 साल है। गर्भवती महिलाओं के जीका वायरस से संक्रमित होने पर उसके गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क का पूर्ण विकास नहीं होने के चलते सिर का आकार छोटा होने की आशंका रहती है। अधिकारियों ने बताया कि पुणे में जीका वायरस से संक्रमण का पहला मामला इरांडवने से तब आया। जब 46 वर्षीय एक चिकित्सक के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि डॉक्टर की 15 वर्षीय बेटी भी संक्रमित पाई गई है। जीका वायरस का संक्रमण संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर डेंगू और चिकनगुनिया के प्रसार के लिए भी जिम्मेदार है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here