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अमेरिका में नंवबर में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव से पहले बाइडेन-ट्रंप के निजी हमलों से टीवी बहस में मचा बवाल

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अटलांटा
अमेरिका में नंवबर में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच टेलीविजन पर आयोजित बहस में तीखी नोकझोंक हुई। इस ‘वाकयुद्ध' में पूर्व राष्ट्रपति ने बाइडेन को साफ तौर पर करारी मात दी। बाइडन ने ट्रंप पर एडल्ट स्टार से संबंधों को लेकर भी तंज कसा और निजी हमला बोलते हुए कहा कि 'जब तुम्हारी बीवी गर्भवती थी, उस वक्त तुम एक एडल्ट स्टार के साथ शारीरिक संबंध बना रहे थे।' बहस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप खासे आक्रामक दिखाई दिए। हालांकि 90 मिनट की बहस के दौरान उन्होंने कई झूठे दावे भी किए।

दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर किए निजी हमले
दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर निजी हमले करने से भी परहेज नहीं किया। बाइडन ने ट्रंप को अपराधी, झूठा, अक्षम बताया। इसके जवाब में ट्रंप ने बाइडन के बेटे को अपराधी बताया। जब बाइडन अपनी बात कहते हुए थोड़ा लड़खड़ाए तो ट्रंप ने उनकी सेहत और बढ़ती उम्र पर तंज कसते हुए कहा कि 'वह (बाइडन) क्या कह रहे हैं, उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है।' ट्रंप यहीं नहीं रुके और कहा कि 'बाइडन को भी नहीं पता कि वो क्या कह रहे हैं।'

बाइडन ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कोई अमेरिकी राष्ट्रपति कभी ये कहेगा कि नाजी अच्छे लोग थे। इस व्यक्ति को अमेरिकी लोकतंत्र का कोई ज्ञान नहीं है। इस पर ट्रंप ने कहा कि बाइडन का राष्ट्रपति कार्यकाल अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब कार्यकाल बताया। वहीं फलस्तीन के मुद्दे पर ट्रंप ने साफ जवाब नहीं दिया। दरअसल जब उनसे पूछा गया कि क्या वह एक आजाद फलस्तीन का समर्थन करेंगे? तो ट्रंप ने कहा कि वह इस बारे में विचार करेंगे। दोनों उम्मीदवारों के बीच इस चुनावी बहस पर एक निजी चैनल ने अपनी रिपोर्ट में लिखा,‘‘ गुरुवार रात के मुक़ाबले में व्यक्तिगत हमलों के अलावा डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बाइडेन का प्रदर्शन भी लड़खड़ा गया, वह पूरी बहस के दौरान कभी अपनी ककर्श आवाज़ और कभी-कभी मौखिक खालीपन से ही जूझते रहे।'' इस बहस को देखने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने बाइडेन के प्रदर्शन को लेकर चिंता व्यक्त की है।

रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी मीडिया का मानना है कि बाइडेन ने बहस के पहले हिस्से में जिस तरह से जवाब दिए, वह पार्टी के कुछ रणनीतिकारों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं। समर्थकों को सोशल मीडिया पर कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि मौजूदा राष्ट्रपति अपनी उम्र को लेकर पूछे गए सवालों को खारिज कर देंगे। उन्होंने कहा कि गर्भपात के मुद्दे पर उन्हें लड़खड़ाते देखना उनके लिए दुखद था, जहां स्पष्ट रूप से जीत मिल सकती थी। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सीएनएन पर बाइडेन का बचाव करते हुए कहा ‘‘ बेशक यह एक धीमी शुरूआत है लेकिन अंत बहुत मजबूती से होगा।'' इस बहस के दौरान बाइडेन पर अर्थव्यवस्था और उनकी विदेश नीति के रिकॉर्ड को लेकर बार-बार हमला किया गया। जबकि उन्होंने  ट्रम्प की आपराधिक सजा और वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को पलटने के कथित प्रयासों पर निशाना साधा। गुरुवार शाम तक, कई अमेरिकियों ने बाइडेन की उम्र और पद के लिए उनकी योग्यता के बारे में चिंता व्यक्त की थी।

बाइडेन बहस में मुद्दों पर स्पष्टता की कमी के साथ आये थे…
आगे कहा, ‘‘ यह कहना कि इस बहस ने उन चिंताओं को शांत नहीं किया, शायद इस साल की सबसे बड़ी कमज़ोरियों में से एक है।'' समाचार चैनलों पर अधिकांश आलोचकों ने कहा कि  बाइडेन बहस में मुद्दों पर स्पष्टता की कमी के साथ आये थे, वह लडखड़ा गये, उनकी बात सपाट रही और उनके विचारों में अस्पष्टता साफ तौर पर नजर आयी, इसी कारण बहस में वह पिछड़े। बहस के बीच में बाइडेन के कैंपेन ने पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रपति सर्दी-खांसी से जूझ रहे हैं और इस बीच उनकी ककर्श आवाज के कारण उनकी बात को समझ पाना और मुश्किल हो रहा था। दूसरी ओर ट्रंप ने ऐसे बयान दिये जो सत्य नहीं थे और तथ्यों की पड़ताल करने वालों को ओवरड्राइव में डाल दिया। एक बार फिर से ट्रंप ने चुनावों के परिणामों को स्वीकार करने की अनिच्छा जतायी जो चिंता का विषय है।

रिपोर्ट में कहा गया कि आम तौर पर बहस ने बाइडेन की बढ़ती उम्र को उजागर किया, जबकि नियंत्रित प्रारूप ने  ट्रम्प को अधिक अच्छा प्रदर्शन करने में मदद की। रिपब्लिकन पार्टी ने दावा किया कि इस बहस में  ट्रंप की साफ तौर पर जीत हुई है और वह खुद को स्पष्ट रूप से अग्रणी उम्मीदवार के रूप में सामने रख पाने में कामयाब रहे। गौरतलब है कि वर्ष 2020 में  ट्रंप के हारने के बाद यह दूसरी बार है जब बाइडेन और ट्रंप, व्हाइट हाउस के लिए एक-दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। अटलांटा जॉर्जिया की राजधानी है, जो एक प्रमुख युद्धक्षेत्र राज्य है और जिसे बाइडेन ने वर्ष 2020 में 13,000 से कम वोटों से जीता था। अगली बहस पांच नवंबर के चुनावों से पहले 10 सितंबर को निर्धारित है। पंद्रह जुलाई को मिल्वाकी में एक रिपब्लिकन कन्वेंशन आयोजित किया जाएगा, और 19 अगस्त को शिकागो में डेमोक्रेटिक कन्वेंशन निर्धारित है।

 

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