छ्त्तीसगढ़ में जगदलपुर शहर की रहने वाली एक छात्रा के परिजनों से 22 लाख रुपए की ठगी हुई है। आरोपियों ने नागपुर के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर अलग-अलग किस्तों में रुपए अपने बैंक अकाउंट में डलवा लिए। मामले की शिकायत के 6 साल बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें बुधवार को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया है। मामला बोधघाट थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, जगदलपुर शहर के बोधघाट इलाके की रहने वाली एक महिला ने साल 2017 में थाना में ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। महिला ने पुलिस को बताया था कि, पंकज दुबे और चंद्रशेखर अत्राम इन दो लोगों का लगातार फोन आ रहा था। दोनों खुद को मेडिकल कॉलेज का स्टाफ बताए थे। नागपुर कॉलेज में MBBS सीट में बेटी को एडमिशन दिलवाने की बात किए थे। लेकिन, इसके लिए फीस देने को कहा। फिर अलग-अलग तारीखों में अलग-अलग किस्तों से करीब 22 लाख रुपए ऐंठ लिए।
जब एडमिशन नहीं हुआ तो कॉल किया गया। फिर दोनों का नंबर भी बंद बताया। जिसके बाद शक हुआ कि ठगी हुई है। फौरन बोधघाट थाना पहुंचकर ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल नंबर का लोकेशन और बैंक डिटल खंगालनी शुरू की। जिसमें पता चला कि आरोपी चंद्रशेखर अत्राम (40) महाराष्ट्र का तो वहीं दूसरा आरोपी पंकज दुबे (36) उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। हालांकि, 6 सालों तक पुलिस दोनों को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाई थी।
ऐसे पहुंची पुलिस
कुछ दिन पहले इनके मोबाइल लोकेशन को फिर से ट्रैक किया गया था। जिसमें पता चला कि दोनों नागपुर में ही हैं। फिर बिना देर किए पुलिस अफसरों ने एक टीम गठित की। इस टीम को नागपुर भेजा गया। जहां मोबाइल लोकेशन के आधार पर दोनों आरोपियों को एक मकान से पकड़ लिया गया। पुलिस इन्हें छत्तीसगढ़ लेकर आई। जगदलपुर में पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
ऐसे करते थे फ्रॉड
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि, NEET का जब एग्जाम हुआ था, तो इन्होंने छात्र-छात्रों की पूरी सूची निकाली थी। जिसके बाद उनसे संपर्क कर एडमिशन करवाने का झांसा दिया था। जगदलपुर की एक छात्रा के अलावा और कई लोगों को इन्होंने अपने जाल में फंसाया है और लाखों रुपए का फ्रॉड किया है।