अमेरिकन सोसायटी ऑफ प्लास्टिक सर्जन के अनुसार, केमिकल पीलिंग एक लोकप्रिय तरीका है, जिसे सुंदर दिखने के लिए लोग बड़ी संख्या में अपना रहे हैं। साल 2019 में मात्र एक साल के अंदर 1.4 मिलियन लोगों ने इसका लाभ उठाया और दमकता हुआ रूप पाया।
क्या है केमिकल पीलिंग?
केमिकल पीलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कुछ खास केमिकल्स के उपयोग से आपकी त्वचा की ऊपरी परत को हटा दिया जाता है। इससे त्वचा की अलग-अलग रंगत होना, फाइन लाइन्स और रिंकल्स की समस्या पूरी तरह दूर हो जाती है। यह प्रक्रिया बहुत ही आसान होती है और इसमें किसी तरह का दर्द आपको सहन नहीं करना पड़ता है।
ऐसी ही एक प्रक्रिया है डर्मेब्रेशन इसमें एक टूल की मदद से आपकी त्वचा की ऊपर परत को क्लीन किया जाता है। इससे डार्क सर्कल, पुरान निशान और त्वचा की असमान रंगत जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
मिलता है एकदम क्लियर फेस
जिन लोगों को पिंपल और ऐक्ने की समस्या होती है या जिनके चेहरे पर पुराने और गहरे निशान होते हैं, उन लोगों को भी केमिकल पीलिंग का बहुत लाभ होता है। ऐसे लोगों को एकदम क्लीयर स्किन मिलती है। जिससे उनका चेहरा और भी अधिक आकर्षक लगता है।
कितना समय लगता है इसमें?
अगर आपको लग रहा है कि केमिकल पीलिंग में आपको पूरा दिन या कई सिटिंग्स की जरूरत पड़ेगी तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। बल्कि यह प्रक्रिया 15 से 20 मिनट मे भी पूरी हो सकती है। अगर इसके दौरान त्वचा की अंदरूनी लेयर को टच करने की जरूरत ना हो तो। इस पूरी प्रक्रिया में मात्र 1 घंटा लगता है।
ऐसा नहीं है कि केमिकल पीलिंग सिर्फ बड़ी उम्र के लोगों के लिए ही है। बल्कि इसे 20 के युवा भी करा सकते हैं। ताकि पिंपल्स के निशान, एक्ने या डार्क सर्कल की समस्या से छुटकारा पाया जा सके।
घर पर ना करें यह प्रक्रिया
ऑनलाइन प्रॉडक्ट मंगाकर या बाजार से खरीदकर आप केमिकल पीलिंग का उपयोग ना करें। क्योंकि ब्यूटी क्लीनिक्स में यह ट्रीटमेंट आपकी त्वचा की जरूरत और संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर किया जाता है।
जबकि इस प्रक्रिया को घर पर करने के दौरान आप स्किन एलर्जी या रिऐक्शंस का शिकार हो सकते हैं। अगर कभी घर पर यह प्रक्रिया करनी ही पड़े तो स्किन स्पेशलिस्ट यानी डर्मा एक्सपर्ट से बात करें और अपनी त्वचा से जुड़ी समस्याओं की पूरी मेडिकल हिस्ट्री दें।
कई बॉडी पार्ट्स पर करा सकते हैं
ऐसा नहीं है कि केमिकल पीलिंग सिर्फ आपके फेस या फेस और नेक पर ही की जा सकती है। बल्कि आप सीने, पीठ और हाथों पर भी करा सकते हैं। केमिकल पीलिंग आमतौर पर सूरज की किरणों से क्षतिग्रस्त हुई त्वचा पर की जाती है।
पीलिंग के दौरान उपयोग में लाया जानेवाला केमिकल पूरी तरह स्किन फ्रेंडली होता है। लेकिन सुरक्षा के तहत इसका उपयोग आंखों और होंठो की त्वचा पर नहीं किया जाता है।
डीप केमिकल पील से अलग है यह
केमिकल पीलिंग डीप केमिकल पील से अलग होती है। डीप केमिकल पील प्रक्रिया में लंबे ट्रीटमेंट की जरूरत होती है और फिर समय-समय पर डर्मा एक्सपर्ट्स से चेकअप भी कराना होता है। जबकि केमिकल पीलिंग कुछ ही देर में पूरी होनेवाली प्रक्रिया होती है और इसके लिए आपको बार-बार ब्यूटी क्लीनिक के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं।