हैदराबाद
आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चद्रंबाबू नायडू ने वाईएसआरसीपी के जगन मोहन रेड्डी पर एक के बाद एक हमले बोले और गंभीर आरोप लगाए। अब विशाखापत्तनम की पहाड़ी पर स्थित महलनुमा घर जनता के सामने आ गया है, जिसके बाद टीडीपी पूर्व मुख्यमंत्री जगन पर और हमलावर हो गई है। टीडीपी ने आरोप लगाया है कि रुशिकोंडा हिल पर स्थित यह भव्य संपत्ति जगन मोहन रेड्डी के लिए एक कैम्प कार्यालय के रूप में बनाई गई थी।
टीडीपी विधायक गंटा श्रीनिवास राव ने बीते दिनों एनडीए प्रतिनिधिमंडल और मीडियाकर्मियों के साथ समुद्र तट के ऊपर स्थित भव्य 'महल' का पहला दौरा किया। इस दौरान वहां मौजूद लोग महलनुमा घर को देखकर हैरान रह गए। इस प्रॉपर्टी को आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा रुशिकोंडा हिल्स पर बनाया गया है और मई 2021 में केंद्र सरकार द्वारा CRZ की मंजूरी भी ली गई थी। टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव नारा लोकेश ने कहा है कि जगन रेड्डी ने इस प्रॉपर्टी को अपने कैंप कार्यालय की तरह इस्तेमाल किया और राज्य सरकार के खजाने से 500 करोड़ रुपये की लागत से इसको बनाया गया है।
रुशिकोंडा महल 9.88 एकड़ में फैला हुआ है और यह समुद्र के सामने इलाके में बना हुआ है। गंटा श्रीनिवास राव का कहना है कि पिछली सरकार ने इसे गुप्त रूप से बनवाया था, जिसमें शानदार सुविधाओं, चमचमाते झूमर, बाथटब और अन्य कामों पर सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किया गया था। राव ने इसकी इराक के तानाशाह रहे सद्दाम हुसैन और जनार्दन रेड्डी द्वारा बनवाए गए महलों से की। उन्होंने तर्क दिया कि महल में समीक्षा और बैठकों के लिए डिजाइन किया गया एक बड़ा सम्मेलन कमरा भी शामिल है, जोकि वास्तव में पर्यटक संपत्तियों की विशेषता नहीं है।
टीडीपी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि इस निर्माण को काफी गोपनीय रखा गया था और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी के समर्थकों को ठेके दिए गए। टीडीपी नेता ने कहा कि रुशिकोंडा में पर्यटन के लिए ग्रीन रिसॉर्ट्स, जिनसे सालाना 8 करोड़ रुपये तक की आय होती थी, को महल के लिए ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने अदालतों को गुमराह किया। उन्होंने दावा किया कि शुरू में राज्य सरकार ने इसे स्टार होटल, फिर सीएम कैंप ऑफिस और बाद में पर्यटन प्रोजेक्ट बताया।
इस प्रोजेक्ट को 15 महीने की समय सीमा के साथ 91 करोड़ रुपये के बजट के साथ एक स्टार होटल के रूप में लॉन्च किया गया था। टीडीपी ने आरोप लगाया है कि 95 करोड़ रुपये सिर्फ जमीन को समतल करने पर और 21 करोड़ रुपये आसपास के इलाकों को सुंदर बनाने पर खर्च किए गए। निर्माण दूर से नहीं दिखाई दे, इसके लिए 20 फीट से ऊंची बैरिकेडिंग लगाई गई थी।