अमेरिका (USA) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा कि पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क जूरी द्वारा ऐतिहासिक सजा सुनाए जाने के बाद वह घर में नजरबंद रहना या जेल में रहना स्वीकार करेंगे, लेकिन जनता के लिए इसे स्वीकार करना कठिन होगा. एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, ‘मुझे यकीन नहीं है कि जनता इसके लिए खड़ी होगी. मुझे लगता है कि जनता के लिए इसे स्वीकार करना आसान नहीं होगा. एक तय वक्त पर, टूटने का एक बिंदु होता है.’
ट्रंप ने इस बारे में खुलकर नहीं बताया कि अगर वह बिंदु पहुंच आ जाता है, तो क्या हो सकता है. उन्हें 11 जुलाई को सजा सुनाई जानी है और चार दिन पहले रिपब्लिकन सपोर्टर्स नवंबर के चुनाव में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन का सामना करने के लिए औपचारिक रूप से अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप का चयन करने के लिए इकट्ठा होंगे.
ट्रंप के चुनाव हारने के बाद हुआ था US कैपिटल पर हमला
डोनाल्ड ट्रंप ने खुद को मिली सजा को फंड जुटाने में भुनाया लेकिन इसके अलावा उन्होंने अपने समर्थकों को इकट्ठा करने की कोशिश नहीं की. इसके उलट उन्होंने 2020 में बाइडेन से अपनी हार का विरोध करते हुए टिप्पणी की थी, जिसके बाद 6 जनवरी, 2021 को उनके समर्थकों द्वारा US कैपिटल पर हमला किया गया था.
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डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क जूरी द्वारा दी गई सजा के खिलाफ अपील करने की कसम खाई है. डोनाल्ड ट्रंप को 2016 में चुनाव से पहले एक पोर्न स्टार को चुप कराने के लिए किए गए पेमेंट को छुपाने के लिए डॉक्यूमेंट्स में हेराफेरी करने के 34 गंभीर अपराधों का दोषी पाया है.
बाइडेन और ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर
नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले इस मामले के सुलझने की संभावना नहीं है. ओपिनियन पोल्स से पता चलता है कि बाइडेन और ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर है. यह भी आशंका है कि ट्रंप को मिली सजा से कुछ रिपब्लिकन और स्वतंत्र मतदाताओं से उन्हें नुकसान हो सकता है.
डोनाल्ड ट्रंप पर अभी भी तीन अन्य आपराधिक केस चल रहे हैं, हालांकि चुनाव से पहले उन पर मुकदमा चलने की संभावना नहीं है. उन्होंने सभी मामलों में गलत काम करने से इनकार किया है और आरोपों को डेमोक्रेटिक साजिश बताया है. उन्होंने कहा है कि यह उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने के लिए किया गया है.