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छत्तीसगढ़-बीजापुर में जवानों के चक्रव्यूह में फंसे नक्सली, पहले पति और फिर पत्नी भी उसी जगह मारी गई, 7 ग्रामीण लापता

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बीजापुर.

सूबे में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से अब तक सरकार नक्सलवाद को लेकर काफी आक्रामक नजर आ रही है। बार-बार केंद्र व राज्य के गृह मंत्री यह बयान देते आ रहे हैं कि नक्सलवाद के साथ अब निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। इसके बाद से यह देखा जा रहा है कि लगातार अलग-अलग मुटभेड़ में सुरक्षा बल के जवानों को बड़ी सफलताएं हासिल हो रही है। अब तक कई मुठभेड़ हो चुकी है।

बीजापुर में बुधवार को हुए एक और मुठभेड़ में जिसमें जवानों ने 8 लाख की इनामी नक्सली मनीला समेत एक जेल ब्रेक के आरोपी नक्सली मंगलू कुड़ियम को मार गिराया गया था। यह मुठभेड़ सिर्फ मुठभेड़ नहीं बल्कि इसके साथ एक संयुक्त कहे या विधि का विधान परंतु बेहद ही दिलचस्प कहानी जुड़ी हुई है। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले 17 अक्टूबर को इसी इलाके में और इसी जंगल में एक मुठभेड़ को सुरक्षा बल के जवानों ने अंजाम दिया था और उस मुठभेड़ में नक्सली नेता नागेश को मार गिराया गया था। उसके बाद बुधवार को फिर उसी जगह और इस जंगल में जवानों ने एक और ऑपरेशन को अंजाम दिया और इस ऑपरेशन में जिन दो नक्सलियों को मार गिराया गया उनमें से 8 लाख की इनामी महिला नक्सली मनीला पुनेम विधानसभा चुनाव से पहले मारे गए नक्सली कमांडर नागेश की पत्नी है। भले ही दोनों अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए हैं और दोनों के कब्र अलग-अलग गांव में बनाए गए होंगे। परंतु दोनों की मौत एक ही जंगल में और एक ही स्थान पर और एक ही समय पर हुई है। बुधवार कि सुबह बंदेपारा गांव के तक़रीबन एक किलोमीटर दूर जंगल मे पुलिस ने मनीला को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। जहां घटना हुई वह खून से पत्ते लाल हो गए हलाकि बाद मे वह आग लगा दी गई।

नक्सल संगठन के बड़े लीडर थे नागेश और मानिला
मद्देड एरिया के लिए नक्सल संगठन मे बड़ा नाम नागेश पदम और उसकी पत्नी मनीला पुनेम  का था। नागेश डीवीसी और उसकी पत्नी मनीला डीव्हीसीएम मेंबर रही। नागेश कि मौत के बाद उसकी पत्नी मनीला को बड़ी जिम्मेदारी सौपी गई थी। संगठन मे सक्रिय रहकर दोनों पति पत्नी काम कर रहे थे। नक्सल संगठन को चलाने वाले डीवीसी मेंबर नागेश पदम को 17 अक्टूम्बर 2023 को पुलिस नें इंकाउंटर कर मार गिराया था। 29 मई को उसी जगह पुलिस नक्सली मुठभेड़ मे डीव्हीसीएम मेंबर मनीला को पुलिस ने मार गिराया। नक्सली संगठन मे तूति बोलने वाले लीडर को पुलिस नें सफाया कर दिया है। इससे नक्सली संगठन को बड़ा नुकसान हुआ है। सुनीता कुड़ियाम पिता केशा, मिच्चा वेली पिता रामा, मलेश एसम पिता पड़गा, मिच्चा पड़गा पिता नीला, कुमा पांडु पिता रामा, मिच्चा पांडु पिता मुरा, मिच्चा शंकर पिता ऐरा ये सात ग्रामीण मुठभेड़ के बाद से लापता हो गए है।ग्रामीण इनकी तलाश में जंगल मे ढूंढ रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि मुठभेड़ बाद लौटने समय जवान ने आठ ग्रामीणों को अपने साथ लेकर गए है। ग्रामीणों ने इन लोगो के नाम कुम्मा सुरेश, पिता विज्जा, मेटा संतोष पिता ऐरा, कुम्मा समैया पिता भीमा, कुम्मा पेंटा पिता रामा, कुम्मा रामा पिता मुत्ता, मिच्चा केशा पिता लछ्य, मिच्चा नागेश पिता नीला रमेश कुम्मा पिता पेंटाबताया है।इन सभी लोगों को पुलिस अपने साथ लेकर गई है,ये बन्देपारा  ग्रामीणों का कहना है।

मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मारा था- एसपी
एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि घटना में दो नक्सलियों को जवानों ने मारा था, और दो लोगो को गिरफ्तार किया  गया,। एसपी का कहना है कि इस बारे में कोई जानकारी नही है लेकिन गाँव के लोगों का कहना है सात लोग लापता हैं।

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