Home तकनीकी एसी खरीदने से पहले जानें: इनवर्टर और नॉन-इनवर्टर में अंतर

एसी खरीदने से पहले जानें: इनवर्टर और नॉन-इनवर्टर में अंतर

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गर्मियों में एसी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो हम कुछ टिप्स आपको देने जा रहे हैं। इसकी मदद से आपको कुछ चीजें समझने में आसानी होगी। साथ ही ये भी पता चल जाएगा कि एक गलती से आपको हजारों रुपए का नुकसान भी हो सकता है। तो चलिये ऐसे 3 पॉइंट की जानकारी आपको भी देते हैं-

Year of Manufacturing-

एसी कब बना है। ये जानना बहुत जरूरी है क्योंकि पुराना एसी खरीदने का कोई मतलब नहीं होता है। आपके लिए ये बहुत जरूरी है कि आप जब भी एसी खरीदें तो इसकी पूरी जानकारी हासिल कर लें। एक गलती की वजह से आपको भारी नुकसान हो सकता है। क्योंकि कंपनी हर साल एसी में बदलाव करती है। अगर आप पुराना एसी लेंगे तो सीधा नुकसान होगा। यानी 30 हजार का एसी खरीदने के बाद भी आपने इसे चेक नहीं किया तो पूरा नुकसान हो जाएगा।
 
Inverter or Non-Inverter-

AC कौन सा है ? ये भी पता होना बहुत जरूरी है। किस कंपनी का एसी है और कितनी बिजली की खपत करता है। इंवर्टर एसी आमतौर पर बिजली की खपत कम करता है। ज्यादा खपत करने की स्थिति में आपको हर महीने बिजली बिल का भुगतान ज्यादा करना पड़ता है। इसलिए आपको काफी सतर्क रहना चाहिए और इसकी जानकारी भी पहले ही हासिल कर लेनी चाहिए।

Cooling Capacity-हर एसी की कूलिंग कैपेसिटी अलग होती है। इसलिए आपको एसी खरीदते समय कूलिंग कैपेसिटी का ध्यान रखना होता है। नॉर्मल एसी की कूलिंग कैपेसिटी 5000 वॉट की होती है। लेकिन कई एसी की कूलिंग कैपेसिटी कम या ज्यादा भी होती है। इसलिए आपको अपने रूम और एरिया के हिसाब से इसकी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए और ये तय करना चाहिए कि क्या बेस्ट है। एसी खरीदने से पहले आपको इन चीजों पर सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

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