ईरान के उपराष्ट्रपति मोखबर संभालेंगे राष्ट्रपति का कार्यभार
तेहरान
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु होने के बाद, देश के पहले उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालेंगे। तेहरान टाइम्स ने सोमवार को यह जानकारी दी।
देश में 1979 में स्वीकार किए गए इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के संविधान के पहले संस्करण के अनुच्छेद 130 और 131 के अनुसार, अगर देश के राष्ट्रपति बर्खास्तगी, इस्तीफे, अनुपस्थिति, बीमारी या मौत के कारण अपने कानूनी कर्तव्यों को पूरा करने में असमर्थ होने पर पहला उपराष्ट्रपति उनके कर्तव्यों का निर्वहन करेगा।
संविधान यह निर्धारित करता है कि इन जिम्मेदारियों को इस्लामी क्रांति के नेता की मंजूरी प्राप्त होने के बाद प्रथम उपराष्ट्रपति को हस्तांतरित किया जाएगा और 50 दिनों के भीतर देश में एक नए राष्ट्रपति का चुनाव कराने की बात भी कही गयी है।
ईरानी राजनीतिक के अनुसार देश के प्रमुख इस्लामी क्रांति के नेता अयातुल्ला सैयद अली खामेनेई हैं और राष्ट्रपति को सरकार का प्रमुख, दूसरा-इन-कमांड माना जाता है।
राष्ट्रपति के आकस्मिक मृत्यु होने पर जब तक नए राष्ट्रपति का चुनाव नहीं हो जाता पहले उपराष्ट्रपति से इस दौरान देश का नेतृत्व करने की उम्मीद की जाती है। ईरानी संविधान में 1989 में संशोधन कर महत्वपूर्ण बदलाव किया गया था।
इससे पहले, मेहर न्यूज एजेंसी ने कहा कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुलाहियान की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि हो गई है। ईरानी राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री अब्दुलाहियान को ले जा रहा हेलीकॉप्टर रविवार को पूर्वी अजरबैजान प्रांत के घने जंगल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
हेलीकॉप्टर के यात्रियों में रईसी, अब्दुल्लाहियान, ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और पूर्वी अजरबैजान प्रांत में इस्लामी क्रांति के नेता के प्रतिनिधि अयातुल्ला मोहम्मद अली अले-हाशेम सहित कई अन्य लोग शामिल थे।
राष्ट्रपति रईसी ने रविवार तड़के पूर्वी अजरबैजान प्रांत की यात्रा की थी, जहां उन्होंने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन किया था। कार्यक्रम से वापसी के दौरान क्षेत्र में घने कोहरे के कारण यह दुर्घटना हुई।
'रईसी ने इजरायल के खिलाफ हमारे लोगों का समर्थन किया' ईरान के राष्ट्रपति की मौत पर हमास ने जताया दुख
गाज
फलस्तीनी इस्लामी समूह हमास ने सोमवार को ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक व्यक्त किया। हमास ने कहा कि इन नेताओं ने इजरायल के खिलाफ हमारे लोगों का समर्थन किया। हाल ही में इजरायल के साथ हुए युद्ध के दौरान रईसी ने फलस्तीनी लोगों का जमकर समर्थन किया था।
सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी रईसी की रविवार को अजरबैजान सीमा के पास पहाड़ी इलाके में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। हेलीकॉप्टर का जला हुआ मलबा बर्फीले तूफान के बीच रात भर की खोज के बाद सोमवार को सुबह बरामद कर लिया गया। बता दें कि इस हेलीकॉप्टर में रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीरअब्दल्लाहियन सवार थे।
'इन नेताओं ने किया हमारा समर्थन'
हमास ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, 'इन नेताओं ने इजरायल के खिलाफ हमारे लोगों का समर्थन किया, फलस्तीनी को समर्थन प्रदान किया और अल-अक्सा की लड़ाई के दौरान गाजा पट्टी में हमारे लोगों के लिए एकजुटता और समर्थन दिया। हमास ने 7 अक्टूबर को शुरू हुए इजरायल के साथ वर्तमान युद्ध का भी जिक्र किया। हमास ने एक बयान में कहा कि उन्होंने हमारे फलस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायली आक्रमण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयास भी किए।'
हमास नेताओं ने इजरायल के खिलाफ दशकों से चल रही लड़ाई में समूह को सैन्य और वित्तीय सहायता देने के लिए ईरान को बार-बार धन्यवाद भी दिया।