देवजी, हिड़मा, बारसे देवा, सुजाता और बाकी सभी नक्सलियों को पुलिस सरेंडर का मौका दे रही है. बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने साफ कह दिया है कि सरेंडर नहीं किया तो बसवाराजू से भी भयानक अंत तय है. छत्तीसगढ़ के बस्तर के आईजी ने नक्सलियों के लिए चेतावनी जारी की है. आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि देवजी, हिड़मा, बारसे देवा, सुजाता और बाकी सभी नक्सली सरेंडर कर दें. वरना बसवाराजू से भी भयानक अंत हो जाएगा.
सुंदरराज ने ये भी कहा कि “संकल्प नक्सल मुक्त बस्तर मिशन” अब केवल एक सपना नहीं, बल्कि तेजी से साकार होती हुई हकीकत है. एक समय आतंक और हिंसा का प्रतीक रहा माओवादी आंदोलन अब अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है, जबकि शांति और विकास की नई सुबह बस्तर में दस्तक दे चुकी है.
दरअसल बस्तर में पुलिस नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक मोड में है. लगातार नक्सली ढेर हो रहे हैं. नारायणपुर जिले के जंगल में 10 करोड़ रुपये का इनामी नक्सली बसवाराजू को ढेर करने के बाद अब पुलिस ने बड़े नक्सलियों को टारगेट कर रखा है. बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने नक्सलियों से साफ कह दिया है कि वे सरेंडर करके समाज की मुख्यधारा से जुड़कर बेहतर जीवन जिएं.अन्यथा एनकाउंटर में मारा जाना निश्चित है.
पुलिस की टॉप लिस्ट में ये नक्सली
पुलिस ने जिन नक्सलियों को टारगेट पर रखा है उनमें सेंट्रल कमेटी मेंबर हिड़मा, अभय, संग्राम, कोसा, चंद्रन्ना, गणेश उइके, सुधाकर, गुडसा उसेंडी, सुजातक्का, प्रयाग सहित नक्सलियों के अन्य शीर्ष नेता भी हैं. सरकार लगातार अपील कर रही है कि नक्सली सरेंडर पर लें. वरना एनकाउंटर में ये भी मारे जाएंगे. सेंट्रल कमेटी मेंबर पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित है.
अंत निकट है
आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि अब माओवादी कैडरों के पास एकमात्र सम्मानजनक विकल्प यह है कि वे आत्मसमर्पण करें, हिंसा का रास्ता छोड़ें और समाज की मुख्यधारा में लौटें. सरकार लगातार पुनर्वास और शांतिपूर्ण जीवन की पेशकश कर रही है.परंतु यदि कुछ तत्व अब भी इस अवसर को नजरअंदाज करते हैं, तो उनका अंत निकट और निश्चित है. आईजी ने ये भी कहा कि भाकपा नक्सली संगठन पूर्णतः विघटन की कगार पर है, जहां न तो कोई सक्षम नेतृत्व बचा है और न ही कोई रणनीतिक दिशा.