अगर आप गोवा घूमने जाने वाले हैं तो आपकी राह बहुत आसान होने वाली है. अगर आप कार या किसी गाड़ी से गोवा घूमते हैं तो आपको अब कोई रोक-टोक करने वाला नहीं होगा. आप मजे से गोवा का आनंद ले सकते हैं. इसके लिए एक चीज का आपके साथ होना जरूरी है. वह है क्यूआर कोड. जी हां, गोवा भारत का पहला राज्य बन गया है, जो कार-बाइक से यात्रा करने वाले टूरिस्टों को क्यूआर कोड जारी कर रहा है. यात्रियों के वाहन के दस्तावेजों की जांच की जाती है. उसके बाद एक क्यूआर कोड जेनरेट होता है. यह 12 घंटे के लिए वैलिड होगा. इसका मतलब है कि 12 घंटे तक आप बिना रोक-टोक के घूम सकते हैं. अगर पर्यटकों को फिर से वाहन दस्तावेजों की जांच के लिए रोका जाता है तो वे ट्रैफिक पुलिस को QR कोड दिखा सकते हैं.
टीओआई की खबर के मुताबिक, इस कोड को स्कैन करने पर ट्रैफिक पुलिस को पता चल जाएगा कि पर्यटक के पास संबंधित दस्तावेज हैं और आगे की जांच के बिना उन्हें जाने दिया जा सकता है. अब तक गोवा पुलिस ने पर्यटकों को बिना किसी परेशानी के अपनी छुट्टियों का आनंद लेने में मदद करने के लिए 4,000 QR कोड जारी किए हैं. क्राइम ब्रांच के एसपी राहुल गुप्ता ने कहा, ‘हमने ट्रैफिक अधिकारियों के लिए क्विक पास मोबाइल ऐप पेश किया है, जिसे ट्रैफिक अनुपालन को कारगर बनाने और वाहन चालकों के लिए असुविधा को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह ऐप एक QR कोड जेनरेट करता है जो यात्रियों को SMS के रूप में भेजा जाता है और 12 घंटे के लिए वैध होता है.’
एसपी ने कहा, ‘अगर राइडर को नियमित जांच के लिए फिर से रोका जाता है, तो वह यह QR कोड दिखा सकता है. इस पहल से दस्तावेज सत्यापन आसान हो जाता है, जिससे यातायात नियमों का पालन करते हुए वाहनों की आवाजाही सुचारू होती है.’ यह ऐप पाद्रे कॉन्सिको कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों की ओर से 2024 में गोवा पुलिस द्वारा आयोजित एक हैकाथॉन के दौरान विकसित किया गया था. इसमें वास्तविक समय में ट्रैफिक डेटा विश्लेषण, जियोटैगिंग, ट्रैफिक चेक के हॉटस्पॉट मैपिंग जैसी सुविधाएं हैं, जो अधिकारियों को रणनीति बनाने में मदद करती हैं. इससे गोवा में पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.