मोदी सरकार ने भारत में विदेशी निवेश लाने के लिए मास्टर स्ट्रोक चल दिया है. माना जा रहा है अगले डेढ़ दशक में करीब 50 लाख करोड़ रुपये का निवेश भारत में आ सकता है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि ईएफटीए समूह की तरफ से जताई गई 100 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र में 400-500 अरब डॉलर (करीब 50 लाख करोड़ रुपये) के निवेश प्रस्तावों को लाने में मदद कर सकती है.
उन्होंने कहा कि आधिकारिक तौर पर व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (टीईपीए) कहे जाने वाले इस समझौते के इस साल के अंत तक लागू होने की उम्मीद है. यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्य देशों में आइसलैंड, लीश्टेंस्टाइन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड शामिल हैं. गोयल यहां ईएफटीए के लिए समर्पित डेस्क का उद्धाटन करने आए थे. इस अवसर पर स्विट्जरलैंड की आर्थिक सचिव हेलेन बुडलिगर आर्टिडा, नॉर्वे के व्यापार एवं उद्योग सचिव टॉमस नॉर्वल, आइसलैंड के स्थायी सचिव मार्टिन इजॉफसन और लीश्टेंटाइन के विदेश मंत्री डोमिनिक हस्लर भी मौजूद थे.