कहीं आप बीड़ी पीने के शौकिन तो नहीं हैं, उसमें भी गोला छाप, मेघना और भोला छाप जैसी ब्रांडेड कंपनी की. तो सतर्क हो जाइए. डोंगरगढ़ में पुलिस छापेमारी के दौरान इन कंपनियों के साथ-साथ अन्य कंपनियों की नकली बीड़ी बेचने का गोरखधंधा उजागर हुआ है. मामले में स्थानीय भाजपा नेता के भाई को गिरफ्तार किया गया है.
नकली बीड़ी बनाने और बेचने का पर्दाफाश तब हुआ, जब धमतरी के गोला बीड़ी वर्क्स के मालिक जतीन मिरानी ने राजनांदगांव एसपी से शिकायत की कि उनकी कंपनी के नाम पर नकली बीड़ियां बाजार में बेची जा रही हैं. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने डोंगरगढ़ के दंतेश्वरी पारा इलाके में भाजपा के स्थानीय नेता देवेंद्र साखरे के भाई रविंद्र साखरे के दो ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की. इस दौरान पुलिस ने सैकड़ों कट्टे नकली गोला बीड़ी, बिना लेबल की बीड़ी, हजारों रैपर, होलोग्राम और लगभग सभी बड़े ब्रांड्स के नकली लेबल बरामद किए. पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह सस्ती बीड़ियां खरीदकर उन्हें ब्रांडेड बीड़ी के रूप में पैक कर बेचता था, जिससे उसे अच्छा मुनाफा होता था. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी रविंद्र साखरे के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट और अन्य कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई की है, लेकिन बीड़ी निर्माता कंपनी ने भाजपा नेता देवेंद्र साखरे के खिलाफ भी कार्रवाई की माँग की है, जिसपर पुलिस ने देवेंद्र साखरे और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को नोटिस जारी कर जांच शुरू कर दी है.