छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में साल 2023-24 के लिए कुल 3040 नए विकास कार्यों की स्वीकृति मिली है। इनमें मुख्य पानी की समस्या का समाधान, कौशल विकास, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण जैसे कुल 1379 कामों को स्वीकृति मिली है। जबकि, सिंचाई, ऊर्जा और जल विभाजक, सांस्कृतिक संरक्षण, पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे कुल 1661 काम किए जाएंगे। इसके लिए DMF के करोड़ों रुपए खर्च किए जाएंगे।
दरअसल, जगदलपुर में प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, MLA रेखचंद जैन, कलेक्टर विजय दयाराम के. की उपस्थिति में DMF शासी परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में जनपद, पंचायतवार, हर साल मिल रहे नए कार्य, उन कार्यों की प्रगति और नए प्रोजेक्ट की समीक्षा की गई है। इस बैठक में 3040 नए कार्यों को मंजूरी मिली है। जल्द ही इसके लिए राशि भी जारी कर दी जाएगी।
कलेक्टर विजय दयाराम के. ने बताया कि, जिले में पिछले साल कुल 7072 विकास कार्यों को स्वीकृति मिली थी। जिसमें 5704 काम पूर्ण कर लिए गए हैं। बाकी के बचे 1368 काम जारी हैं। आने वाले 3 से 4 महीने में ये भी पूरे कर लिए जाएंगे। अब जो नए कामों को स्वीकृति मिली है इसमें कई विकास के काम हैं। जगदलपुर शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण अंचलों तक विभिन्न कामों को स्वीकृति मिली है। जल्द ही यह काम भी शुरू किए जाएंगे।
समूह की महिलाओं को बांटा गया लोन
इधर, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी बस्तर जिले की कुल 1182 स्व सहायता समूह की महिलाओं को करीब 28 करोड़ 36 लाख 80 हजार रुपए का लोन बांटा गया है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार हर एक गांव तक विकास पहुंचाना चाहती है। हमारा मकसद अंतिम छोर के व्यक्तियों की, महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। इसी के लिए हम काम कर रहे हैं।