बस्तर में आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भावुक हो गए। ऐसा उस वक्त हुआ, जब वे झीरम हमला और BJP की सरकार के दौरान कांग्रेसियों को परेशान करने का जिक्र कर रहे थे। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सेलजा ने कहा, बीजेपी के लोग नफरत फैलाते हैं। राहुल गांधी 3500 किमी चलकर जो मोहब्बत की दुकान खोली है। ये उनका मुकाबला नहीं कर पाएंगे।
बस्तर में आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में 2000 हजार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। खास बात ये है कि, सम्मेलन में संभाग के अलग-अलग जिले के कांग्रेस पार्षद, अध्यक्ष, MLA, महापौर, नगर पंचायत अध्यक्ष , जिला पंचायत अध्यक्ष स्तर के नेताओं को ही बुलाया गया। इस सभा के जरिए भूपेश बघेल और कुमारी सेलजा ने चुनावी हुंकार भरी है।
भूपेश बघेल ने कहा, बस्तर के लिए हमने अनेक योजनाएं दी है। यहां लगातार विकास के काम हो रहे हैं। हमने लोगों का विश्वास जीता है। बस्तर में पहले लोग आने से डरते थे। यहां डर का माहौल था लेकिन अब समय बदला है। जगह-जगह पर विकास के काम हुए हैं। कार्यकर्ता सम्मेलन में संगठन के सभी नेता उपस्थित थे। 4 घंटे तक हमारा सम्मेलन चला। BJP के केंद्र और राज्य की नाकामियों के साथ कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की गई है।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुमारी सेलजा बोलीं, कांग्रेस पार्टी ने जोखिम उठाई। जोखिम के साथ आगे बढ़ी है। आप सभी कार्यकर्ता कांग्रेस के सिपाही हैं। हमारे सामने BJP केंद्र में सरकार चला रही है। 15 साल यहां सरकार चलाई इनके विचारधारा सिर्फ झूठ है। जुमलेबाजी करके सत्ता पर आई है। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ने जो काम किया है, ऐसा काम पूरे इतिहास में छत्तीसगढ़ में नहीं हुआ होगा। आज बस्तर की तस्वीर बदल गई है।
केंद्र सरकार पर बोलीं हमला
कुमारी सेलजा ने कहा, 2014 से पहले गैस का रेट 410 रुपए था। अब 1200 से ऊपर हो गया है। पेट्रोल की कीमत बढ़ी है। यदि केंद्र के भरोसे रहे तो बस्तर का कोई व्यक्ति घर नहीं चला सकता है। बस्तर के वनोपज और हमारे काम की वजह से यहां काम हुआ है। चीन हमारे देश में घुसता जा रहा है। लेकिन केंद्र सरकार की हिम्मत नहीं है कि वे कुछ कर सके।
इस सम्मलेन में PCC चीफ मोहन मरकाम, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज समेत बस्तर संभाग के सातों जिले के 12 विधानसभा से कांग्रेस MLA शामिल हुए। पहले सेशन में कवासी लखमा ने सरकार की योजनाओं के बारे में कहा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि, सरकार की जो भी योजना है उन्हें धरातल पर लेकर जाएं। लंच के बाद कुमारी सेलजा भी और भूपेश बघेल ने संबोधित किया।
बस्तर से BJP ने चिंतन शिविर की शुरुआत की थी
छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक सत्ता में रहने के बाद साल 2018 के विधानसभा चुनाव में BJP को करारी हार मिली थी। बस्तर की सारी 12 विधानसभा सीटों में सिर्फ दंतेवाड़ा की सीट से BJP के भीमा मंडावी ने चुनाव जीता था। अन्य 11 सीटों पर कांग्रेस ने अपना परचम लहराया था। हालांकि, कुछ ही महीने के बाद MLA भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। उप चुनाव में कांग्रेस ने सीट को अपने कब्जे में ले लिया।
बस्तर के राजनीतिक हालात ऐसे रहे कि महज 2 साल पहले BJP को बस्तर से अपने चिंतन शिविर की शुरुआत करनी पड़ी। केंद्र से लेकर राज्य भर के BJP नेता इस कार्यक्रम में जुटे थे। जिन्होंने CG में सरकार न बनने और बस्तर की सारी 12 विधानसभा सीटों को हारने के कारणों की समीक्षा की थी। इस साल होने वाले चुनाव में बस्तर की सारी 12 सीटों को जीतने की रणनीति बनाई। ठीक इसी तरह अब कांग्रेस भी बस्तर की सीटों पर जीत बरकरार रखने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए सम्मलेन कर रही है।