गैंगस्टर से आतंकी बने अर्शदीप डल्ला को लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को कई खास इनपुट्स मिले थे. इन सबके आधार पर एनआईए ने पंजाब में 58 जगहों पर छापेमारी की थी. एनआईए को जानकारी मिली थी कि अर्शदीप डल्ला आईएसआई (ISI) के जरिए भारत में गैंगस्टरों (Gangsters) और आतंकियों को फंडिंग कर रहा था. वहीं गैंगस्टरों को ड्रोन (Drone) के जरिए मिलने वाले हथियारों के पैसे का भुगतान पाकिस्तान और कनाडा से किया जा रहा था.
बताया जा रहा है कि 8 राज्यों में 324 जगहों की रेड में 60 मोबाइल फोन, एक पिस्टल, 39.60 लाख रुपये कैश, 75 आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं. पुलिस ने आतंकियों के साथ गठजोड़ के संदेह में कई लोगों को हिरासत में भी लिया है और कुछ लोगों को दिल्ली में तलब किया है.
जालंधर में हत्या के दो आरोपियों के घर भी पहुंची
एनआईए की 2 विशेष टीमों ने जालंधर में हत्या के फरार आरोपी पुनीत शर्मा और नरिंदर शारदा उर्फ लल्ली के घर पर छापेमारी की. हालांकि दोनों आरोपियों के घर पर एनआईए की टीम ने 3 घंटे तक सर्चिंग की. पारिवारिक सदस्यों के मोबाइलों की भी जांच पड़ताल की गई. लेकिन लल्ली के परिवार ने बताया कि वे उसे बेदखल कर चुके हैं. दोनों आरोपी कत्ल करने के बाद 25 माह से फरार चल रहे हैं.
आतंकी डल्ला पर पंजाब में दर्ज हैं 35 मामले
अर्शदीप डल्ला को सरकार द्वारा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकी घोषित किया गया है. विदेश भागने से पहले वह पंजाब में 6 आपराधिक मामलों का सामना कर रहा था. 2017 में एक सहायक उप-निरीक्षक ने डल्ला की झूठी वेरिफिकेशन रिपोर्ट बनाई थी. जिसके माध्यम से उसने अपना पासपोर्ट प्राप्त किया था और कनाडा भाग गया था. विदेश जाने के बाद वह बड़े पैमाने पर आतंकी गतिविधियों, ड्रग्स और हथियारों की सीमा पार तस्करी में शामिल हो गया.