जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में गुरुवार को भारतीय सेना का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव (ALH Dhruv) दुर्घटनाग्रस्त हो गया. मारवाह नदी के पास यह दुर्घटना हुई, जिसमें दो पायलट और एक टेक्नीशियन घायल हुए हैं. तीनों को गंभीर चोटें आई हैं. खराब मौसम के कारण इलाके में संचार सेवाएं काम नहीं कर रही हैं. पुलिस और सेना की टीम दूसरे हेलीकॉप्टर से दुर्घटना वाली जगह पर पहुंची. हेलीकॉप्टर का मलबा चिनाब नदी में मिला है. जख्मी पायलटों और टेक्नीशियन को रेस्क्यू करने के बाद हेलीकॉप्टर लैंड होने वाली जगह पर पैदल ले जाना पड़ा. यहां से इलाज के लिए उनको अस्पताल पहुंचाया गया. जहां हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, वह किश्तवाड़ का दुर्गम इलाका है. यहां दो-तीन दिनों से बारिश हो रही है.
भारतीय सेना के उत्तरी कमान ने एक बयान जारी कर हका, ’04 मई 2023 को लगभग 1115 घंटे पर, एक ऑपरेशनल मिशन पर आर्मी एविएशन ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में मरुआ नदी के तट पर एहतियाती लैंडिंग की. इनपुट्स के मुताबिक, पायलटों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) को तकनीकी खराबी की सूचना दी थी और एहतियाती लैंडिंग के लिए आगे बढ़े. उबड़-खाबड़ जमीन, अंडरग्रोथ और बिना तैयारी के कारण, हेलीकॉप्टर ने स्पष्ट रूप से एक कठिन लैंडिंग की. तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया और सेना की बचाव टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं. विमान में दो पायलट और एक टेक्नीशियन सवार थे. घायल पायलटों को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया. कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं.’
बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर दुर्घटना हुई है, इलाका बर्फबारी की वजह से अन्य इलाकों से कटा हुआ है. इस क्षेत्र में आपूर्ति के लिए हेलिकॉप्टर का उपयोग किया जाता है. इससे पहले मार्च में भी ऐसी ही घटना हुई थी. अरुणाचल प्रदेश के मंडला हिल्स इलाके में भारतीय सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हेलिकॉप्टर के दोनों पायलट शहीद हो गए थे. हादसे के बाद सशस्त्र सीमा दल और भारतीय सेना ने तलाशी अभियान शुरू किया था. निगरानी के लिए हेलीकॉप्टर उड़ा रहे थे. लेकिन अचानक हेलीकॉप्टर का एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया. हेलीकॉप्टर मंडला पश्चिम बोमडिला इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.