प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के मन की बात का आज 100 वां एपिसोड अपने मायने में काफी ऐतिहासिक रहा. इस दौरान उन्होंने इसके लिए देशवासियों को बधाई दी. साथ ही उन्होंने संस्कृत के एक मंत्र का भी जिक्र किया. उन्होंने ‘चरैवेति चरैवेति चरैवेति’ मंत्र का जिक्र करते हुए कहा ‘मेरे प्यारे देशवासियों हमारे उपनिषदों का एक मंत्र सदियों से हमारे मानस को प्रेरणा देता आया है.’
पीएम मोदी ने मंत्र का जिक्र करते हुए आगे इसका मतलब भी बताया. उन्होंने आगे कहा ‘चलते रहो-चलते रहो-चलते रहो. आज हम इसी चरैवेति-चरैवेति की भावना के साथ मन की बात का 100 वां एपिसोड पूरा कर रहे हैं. भारत के सामाजिक ताने-बाने को मजबूती देने में ‘मन की बात’, किसी भी माला के धागे की तरह है जो हर मन को जोड़े रखता है.’
उन्होंने आगे कहा ‘हर एपिसोड में देशवासियों के सामर्थ्य ने दूसरों को प्रेरणा दी है. इस कार्यक्रम में हर देशवासी दूसरे देशवासी की प्रेरणा बनता है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के मन की बात का आज 100 वां एपिसोड अपने मायने में काफी ऐतिहासिक रहा. इस दौरान उन्होंने इसके लिए देशवासियों को बधाई दी. साथ ही उन्होंने संस्कृत के एक मंत्र का भी जिक्र किया. उन्होंने ‘चरैवेति चरैवेति चरैवेति’ मंत्र का जिक्र करते हुए कहा ‘मेरे प्यारे देशवासियों हमारे उपनिषदों का एक मंत्र सदियों से हमारे मानस को प्रेरणा देता आया है.’
पीएम मोदी ने मंत्र का जिक्र करते हुए आगे इसका मतलब भी बताया. उन्होंने आगे कहा ‘चलते रहो-चलते रहो-चलते रहो. आज हम इसी चरैवेति-चरैवेति की भावना के साथ मन की बात का 100 वां एपिसोड पूरा कर रहे हैं. भारत के सामाजिक ताने-बाने को मजबूती देने में ‘मन की बात’, किसी भी माला के धागे की तरह है जो हर मन को जोड़े रखता है.’
उन्होंने आगे कहा ‘हर एपिसोड में देशवासियों के सामर्थ्य ने दूसरों को प्रेरणा दी है. इस कार्यक्रम में हर देशवासी दूसरे देशवासी की प्रेरणा बनता है.’