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दूसरे देशों में भी बिकेगा अमूल का दूध! सीधे किसानों के खाते में आएगा पैसा, देखें क्‍या है सरकार की प्‍लानिंग?

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देश में पैकेट बंद दूध की सबसे बड़ी विक्रेता कंपनी अमूल का विज्ञापन है ‘अमूल दूध पीता है इंडिया’, लेकिन जल्‍द ही इसका स्‍वाद दूसरे देश के नागरिक भी ले सकेंगे. मोदी सरकार भारतीय डेयरी उत्‍पाद को बढ़ावा देने और किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए फूल प्रूफ योजना लेकर आई है.

केंद्रीय सहकारी मंत्री अमित शाह ने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा, अमूल के साथ पांच अन्‍य सहकारी समितियों का भी विलय किया जाएगा जिससे एक बड़ी मल्‍टी स्‍टेट कॉपरेटिव सोसाइटी (MSCS) का गठन होगा. विलय की प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है और जल्‍द ही इसके सुखद परिणाम सामने आने शुरू हो जाएंगे. उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा डिजिटल खेती के जरिये प्राकृतिक उत्‍पादों को बढ़ावा देने की है.

वर्तमान में द गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्‍क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड अमूल ब्रांड के तहत अपने उत्‍पादों की बिक्री करती है. इस फेडरेशन में पांच अन्‍य सह‍कारी समितियों का विलय होने के बाद मल्‍टी स्‍टेट सहकारी समिति तैयार होगी जो अपने उत्‍पादों को अमूल ब्रांड के जरिये ही देश-विदेश में बेचेगी.

पांच साल में दोगुना करेंगे उत्‍पादन
अमित शाह ने कहा कि भारत और हमारे पड़ोसी देशों की मांग को पूरा करने करने के लिए अगले पांच साल में दूध का उत्‍पादन दोगुना करने की जरूरत है. उन्‍होंने कहा कि हमारे पास दूध का सीमा पार निर्यात करने का बड़ा अवसर है और इसके जरिये किसानों की आमदनी भी बढ़ाई जा सकेगी. इस योजना को पूरा करने के लिए जल्‍द अमूल के साथ पांच अन्‍य सहकारी समितियों की विलय प्रक्रिया शुरू भी की जा चुकी है.

किसानों को कैसे मिलेगा लाभ
अमित शाह ने कहा कि MSCS का गठन होने और सर्टिफिकेशन के बाद अमूल दूध का निर्यात नेपाल, भूटान, श्रीलंका और बांग्‍लादेश में भी किया जा सकेगा. इसके साथ ही प्रॉफिट का पैसा सीधे किसानों के खाते में भेजने की व्‍यवस्‍था की जा रही है, ताकि बिचौलिए की भूमिका खत्‍म की जा सके. इस निर्यात के लिए मल्‍टी स्‍टेट को-ऑपरेटिव सोसाइटी एक एक्‍सपोर्ट हाउस की तरह काम करेगी. शाह ने कहा, भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था अभी दुनिया में पांचवें पायदान पर है और इसे दूसरे स्‍थान पर ले जाने के लिए देश के पूर्वोत्‍तर राज्‍यों की भूमिका काफी अहम होगी.

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